होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पैसे की चकाचौंध ने रक्षक को भक्षक बनने पर मजबूर कर दिया है। खन्ना में बरामद 5 किलो हैरोइन के आरोपी के पुलिस से संबंध होने के कारण आरोपी बादशाहों जैसी जि़न्दगी व्यतीत कर रहा था और पुलिस ने ही उसकी सुरक्षा के लिए बाडीगार्ड दे रखे थे और तो और एक डी.एस.पी. स्तर का अधिकारी ही ड्रग माफिया का सरगना निकला जिसमें एक आई.जी., 2 एस.पी. स्तर के अधिकारी संलिप्त थे और एक इंस्पैक्टर शामिल था। पुलिस में काली भेडें़ आंतकवाद के समय से ही चली आ रही हैं जो आज तक भी शामिल हैं। यह विचार जि़ला संघर्ष कमेटी की बैठक में पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए जि़लाध्यक्ष कर्मवीर बाली ने कहे। कर्मवीर बाली ने कहा कि पुलिस की मिली भगत के कारण ही क्राईम हो रहे हैं, असामाजिक तत्वों का बोलबाला है।
यहां तक कि जेलों में बन्द कैदियों को मोबाईल से लेकर बीड़ी के बंडल तक अन्दर पहुंच रहे है जोकि असामाजिक तत्वों के लिए फाईव स्टार होटलों का काम कर रही है। पुलिस पर नाज़ करते हुये माननीय मुख्यमन्त्री पंजाब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने गुटका साहिब की शपथ लेकर नशा समाप्त करने की घोषणा की थी जो पुलिस के ही कारण अधूरी रह गई। अब समय आ गया है पुलिस की स्कैनिंग करके काली भेड़ों को बर्खास्त किया जाये और पुलिस में स्वच्छ छवि वाले अधिकारियों को जि़म्मेदारी दी जाये। इस अवसर पर कृपाल सिंह, सुरजीत सैनी, राजिन्द्र सिंह, ममता रानी, बलवीर कौर, प्रवीण बाली, कर्मवीर बाली आदि उपस्थित थे।