चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। राज्य के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के प्रयास के अंतर्गत आगे बढ़ते हुए पंजाब ऐसा पहला राज्य बन गया है जिसने हाई फ्लो नेज़ल कैन्यलस (एच.एफ.एन.सीज़) की महत्ता को समझा है।मौजूदा विश्वव्यापी महामारी संकट में यह विकास और भी महत्वपूर्ण बन जाता है जब गंभीर मरीज़ों की जान बचाने के लिए भारत सरकार वैंटीलेटरों की खरीद कर रही है और पंजाब सरकार एच.एफ.एन.सी. पर ध्यान केंद्रित कर रही, जो समय रहते कीमती जान बचाने के लिए एक और महत्वपूर्ण साधन साबित होगा।यह जानकारी मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने 24 अप्रैल से शुरू होने वाले विश्व टीकाकरण सप्ताह की पूर्व संध्या पर स्ट्रैटिजिक इंस्टीट्यूट फॉर पब्लिक हैल्थ एजुकेशन एंड रिसर्च (एस.आई.फी.एच.ई.आर.) की तरफ से करवाए समागम की अध्यक्षता करते हुए दी।मुख्य सचिव ने कहा कि यह सप्ताह बीमारियाँ, खासकर कोविड-19 महामारी से कीमती मानव जीवन बचाने के लिए टीकाकरण कराने को और उत्साहित करने के लिए मनाया जाना चाहिए क्योंकि यह महामारी विश्वभर में जन स्वास्थ्य के लिए बड़ी चुनौती बन रही है।
वायरस को हराने के मद्देनजऱ योग्य व्यक्ति को तुरंत टीका लगवाने की अपील करते हुए श्रीमती महाजन ने कहा कि उन्होंने ख़ुद भी कोविड टीके की पहली ख़ुराक ले ली है और यह सुरक्षित है और आज तक वायरस की रोकथाम के लिए एकमात्र साधन है।राज्य में सार्वजनिक स्वास्थ्य सम्बन्धी मुद्दों और कोविड -19 की मौजूदा स्थिति के बारे बात करते हुये मुख्य सचिव ने कहा, ‘मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व अधीन पंजाब सरकार की कोशिश लाकडाऊन और इस प्रकार की आर्थिक गतिविधियों पर कम से कम पाबंदियां लगाना है जिससे जनता की असुविधा को कम किया जा सके।उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार 1 मई से 18-45 साल के उम्र वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू करने जा रही है और यह यकीनी बनाया जायेगा कि राज्य भर की सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में यह टीका मुफ्त सप्लाई किया जाये और राज्य सरकार की 104 हेल्पलाइन पर 24 घंटे अस्पतालों में बैडों की उपलब्धता के बारे आनलाइन जानकारी प्रदान करना यकीनी बनाया जा रहा है।मुख्य सचिव ने कहा कि लोगों को कोविड से बचाव के लिए सावधानियां बरतने के बारे जागरूक करने पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है जिसमें मास्क पहनना, आपसी दूरी बरकरार रखना और समय समय पर हाथ धोना शामिल हैं। इसके इलावा स्थिति को काबू में करने को यकीनी बनाने के लिए पंजाब सरकार की तरफ से जिम/सपा, स्पोर्टस कंपलैक्स में जलसों की संख्या को सीमित किया गया है जिससे कीमती मानवीय जानें किसी भी कीमत पर बचाई जा सकें।उन्होंने आगे कहा कि राज्य सरकार ने यह भी भरोसा दिया है कि कोविड से निपटने के लिए स्वास्थ्य प्रणाली माहिरों के सहयोग के साथ पूरी तरह तैयार है। इसके इलावा सभी जरुरी उपकरण, दवाओं के उचित रख-रखाव और सबसे महत्वपूर्ण राज्य ने ट्रीटिंग फेकल्टी, डाक्टर का सहयोग भी लिया जा रहा है जिससे इलाज करने सम्बन्धी विचार-विमर्श करके सही फैसले लिए जा सकें।
उन्होंने कहा कि हमारा मानना है कि ऐसी पहलकदमियां पंजाब के लोगों के लिए मददगार साबित हुई हैं क्योंकि कुल मामलों की संख्या के आधार पर पंजाब, देश के अन्य राज्यों के मुकाबलेे 17वें स्थान से ऊपर नहीं गया। हम मिलकर काम करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे हमारे प्राईवेट स्वास्थ्य संभाल क्षेत्र को भी मजबूत और समर्थ बनाया जा सके। हमारे पास मौजूद माहिरों की टीमों ने उस समय पड़ताल की थी जब समस्या काफी कम थी और उस समय की समीक्षा के आधार यह पता लगाया कि कौन से अस्पतालों ने संकटकालीन दौर में बढिय़ा इलाज सेवाएं प्रदान की और कौन से अस्पताल ऐसा भरोसेयोग्य प्रदर्शन नहीं कर सके थे जिससे इन अस्पतालों की कार्यविधी में निर्धारित मापदण्डों के अनुसार सुधार किया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि हम सरकारी और प्राईवेट अस्पतालों के साथ हमेशा खड़े हैं और हम खड़ेंगे भी जिससे न सिर्फ पंजाब के लोगों को बल्कि अन्य राज्यों से आ रहे मरीजों के लिए भी मानक और उचित इलाज सहूलतें मुहैया करवाई जा सकें।श्रीमती महाजन ने प्रोग्राम के प्रबंधकों डा. राकेश गुप्ता और डा. सोनू गोयल की सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए दिए सहयोग के लिए सराहना की और उनकी तरफ से हाल ही के सालों में की गतिविधियों की प्रशंसा भी की।प्रबंधकों ने पंजाब सरकार विशेषत: श्रीमती महाजन के नेतृत्व में सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र में से प्राप्तियों की सराहना की।