जालंधर(द स्टैलर न्यूज़)। ज़िले की 137 अनाज मंडियों में गेहूँ की ख़रीद, उठाई और किसानों के ख़रीदे गए दाने -दाने की अदायगी को यकीनी बनाते हुए ज़िला प्रशासन की तरफ से गेहूँ के इस ख़रीद सीजन दौरान अब तक 1067.67 करोड़ रुपए जो कि 93 प्रतिशत बनती है करके 91 प्रतिशत उठाई के साथ जालंधर अग्रणी ज़िला बन कर उभरा है। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर जालंधर श्री घनश्याम थोरी ने बताया कि किसानों की तरफ से 5,86,790 मीट्रिक टन गेहूँ मंडियों में बेचने के लिए लाई गई ,जिसको कि ख़रीद एजेंसियों की तरफ से निर्धारित समय में ख़रीद लिया गया। उन्होनें बताया कि 5,30,234 मीट्रिक टन गेहूँ की उठाई हो चुकी है और बाकी रहती गेहूँ की उठाई तेज़ी के साथ की जा रही है। उन्होनें कहा कि प्रशासन की तरफ से किसानों की ख़रीदी गई गेहूँ की अदायगी की तरफ ख़ास ध्यान देते हुए अब तक 1067.67 करोड़ रुपए की अदायगी की जा चुकी है, जो कि कुल ख़रीदी गई गेहूँ का 93 प्रतिशत बनता है, जिससे ज़िला राज्य भर में बढ़िया कारगुज़ारी वाला ज़िला बन गया है। डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि ज़िले की सभी 137 अनाज मंडियों में गेहूँ की ख़रीद प्रक्रिया को उचित ढंग के साथ पूरा करने के लिए विशेषकर कोरोना महामारी के कारण पुख्ता इंतज़ाम किया गए थे, जिससे किसानों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
उन्होनें बताया कि अनाज मंडियों में किसानों के लिए विशेष पास, सैनेटाईज़ेशन, मास्क की बाँट से ले कर टीकाकरण या आरटी -पी.सी.आर. टैस्टिंग तक कोविड संबंधी सभी तरीकों को अपनाया गया। इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते हुए ज़िला ख़ुराक और स्पलाई कंट्रोलर नरिन्दर सिंह ने बताया कि ज़िले में पनगरेन की तरफ से सब से ज़्यादा 1,74,744 मीट्रिक टन गेहूँ की ख़रीद की गई है। उन्होनें बताया कि इसके इलावा मारकफैड की तरफ से 1,62,238 मीट्रिक टन , पनसप की तरफ से 1,23,927,पीएसडबल्ओसी की तरफ से 77,190 और एफ.सी.आई.48,550 मीट्रिक टन गेहूँ की ख़रीद की गई है। उन्होनें बताया कि ख़रीदी गई गेहूँ की उठाई को यकीनी बनाने के लिए अनाज मंडियों में अपेक्षित मात्रा में बारदाना उपलब्ध करवाया गया है। उन्होनें कहा कि ज़िला प्रशासन की तरफ से इस ख़रीद को निर्विघ्न और उचित ढंग के साथ पूरा करने के लिए कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी गई।