-11 जुलाई की रात हादसे का शिकार हुई गाय का करवाया संस्कार-
होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। लावारिस गायों एवं गौधन के कारण सडक़ोंपर हादसे बढ़ते जा रहे हैं। इससे जहां मनुष्य की जानमाल को खतरा है वहीं गाय एवं गौधन को भी इसका खामियाजा भुजगतना पड़ रहा है। परन्तु बार-बार कहे जाने के बावजूद जिला प्रशासन एवं नगर निगम इसके प्रति गंभीर नहीं है। जिसके कारण आए दिन लोग हादसों का शिकार हो रहे हैं। उक्त बात सामाजिक संस्था ‘नई सोच’ संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने सिविस अस्पताल के समीप हादसे का शिकार हुई गाय का संस्कार करने दौरान उसे सडक़ से उठाने दौरान कही। उन्होंने कहा कि बड़े दुख की बात है कि आए दिन हादसों के मामले सामने आने के बाद भी प्रशासन द्वारा इस समस्या को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा। जिसके चलते समस्या और भी विकराल रुप धारण करती जा रही है। श्री गैंद ने कहा कि शहर की कई संस्थाएं प्रशासन को इस समस्या के हल के लिए सहयोग का आश्वासन दे चुकी हैं, मगर यह प्रशासन और नगर निगम की ढील है कि वो इस तरफ कोई कदम नहीं उठा रहे। इस मौके पर बालाजी क्रांति सेना के संगठन मंत्री राजकुमार बूटा ने कहा कि नई सोच द्वारा निगम को गायों एवं गौधन की टैगिंग करने की बात कही जा चुकी है, मगर निगम ने इसे भी गंभीरता से लेना जरुरी नहीं समझा। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर निगम ने 10-15 दिनों के भीतर पशुओं की टैगिंग का कार्य शुरु न किया तो निगम के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरु किए जाएंगे, जिसकी जिम्मेदारी नगर निगम और जिला प्रशासन की होगी। इस दौरान नई सोच एवं बालाजी क्रांति सेना के सदस्यों ने मृत गाय का पूरी धार्मिक विधि से अंतिम संस्कार किया।