होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। जहां एक तरफ पंजाब में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण से बाहर है, वहीं पंजाब पुलिस भी अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए संविधान तथा कानून की सभी मर्यादाओं को छक्के पर टांग रही है। गत दिवस बठिंडा के वीर तलाब गांव की अनुसूचित जाति की सरपंच जिसके पति गुरुद्वारा में ग्रंथि है ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे कामों से प्रभावित होकर उनकी चढ़दी कला के लिए अरदास क्या कर दी कि कांग्रेसी नेताओं की आंखों में वह बुरी तरह खटकने लगा। ग्रंथी की पत्नी पर 4 साल पुरानी घटना का संज्ञान लेने के बहाने अनुसूचित जाति के ग्रंथी पर झूठी एफ आई आर दर्ज कर दी।
इस घटना के प्रतिक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रैस नोट में सरकार द्वारा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके दलितों को डरा कर भाजपा के हक में ना खड़े होने देने की कार्रवाई की घौर निंदा की तथा कहा है कि गुरुद्वारा साहिब में अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भलाई के लिए अरदास करना किसी भी तरह से सिख मर्यादा का उल्लंघन है तो पुलिस को उस में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है । उन्होंने कहा कि गुरुद्वारे के दरवाजे सबके लिए खुले हैं, जहां पर जाकर कोई भी अपना व अपनों के लिए अरदास कर सकता है। कांग्रेस सरकार की इस धक्केशाही ने कांग्रेस का दलित विरोधी चेहरा नंगा कर दिया है। श्री सूद ने मांग की कि दलित ग्रंथि के खिलाफ दर्ज की एफ.आई.आर तुरंत रद्द की जाए तथा एफ.आई.आर करने वाले अधिकारियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।