चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। कोविड की संभावी तीसरी लहर से निपटने के लिए राज्य को तैयार करने और प्रबंधों को और मज़बूत करने के लिए पंजाब की मुख्य सचिव श्रीमती विनी महाजन ने सोमवार को प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट और इंडियन सारस-कोव-2जीनोमिक्स कंसोरटिया के सलाहकार ग्रुप के पूर्व प्रमुख डॉ. शाहिद जमील के साथ चर्चा की।कोविड के चिंताजनक अलग-अलग वेरीएंटों बारे बात करते हुए डॉ. शाहिद जमील ने कहा कि दुनिया भर में भारत कोविड संक्रमण के मामले में दूसरे और मौत व टीकाकरण के मामले में तीसरे स्थान पर है। उन्होंने भारत में डेल्टा वेरीएंट की मौजूदगी बारे भी बताया। उन्होंने कहा कि इसके अलावा डेल्टा प्लस वेरीएंट, जोकि डेल्टा और बीटा वेरीएंट का मेल है, ने भी भारत में अपने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं।
उन्होंने बताया कि देश में 7 ऐसे मामले पहले ही सामने आ चुके हैं।टीकाकरण की महत्ता बारे बोलते हुए उन्होंने कहा कि महामारी को रोकने के लिए टीका (कोविड वैक्सीन) एकमात्र उपाय है और यह कोविड की गंभीरता को भी घटाता है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि कोविड टीकाकरण घातक वायरस से बचाने का सबसे कारगर ढंग है।डॉ. जमील का हार्दिक स्वागत करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा माहिरों के साथ सप्ताहिक मीटिंगें करवाई जा रही हैं जिससे डॉक्टरों को कोविड महामारी के हर पहलू और नयी चुनौतियों बारे अवगत करवाया जा सके।
आज की चर्चा भी इसी श्रृंख्ला का हिस्सा थी।डॉ. जमील ने पंजाब सरकार की इस अति-अपेक्षित पहलकदमी की प्रशंसा की। उन्होंने सभी को कोविड से बचाव के लिए सचेत रहने, मास्क पहनने, हाथ धोने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की सलाह दी।इस चर्चा में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग हुस्न लाल, स्वास्थ्य सलाहकार डॉ. के.के. तलवार, पी.जी.आई.एम.ई.आर, चण्डीगढ़ से डॉ. पल्लभ रे और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।