सामाजिक व व्यक्तिगत नैतिकता मजबूत कर ही सभ्य समाज की हो सकती है रचना: डॉ.नन्द किशोर

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सभ्य समाज की संरचना में सामाजिक व व्यक्तिगत नैतिकता का बड़ा स्थान है। सामाजिक नैतिकता में शरीर से, वाणी से व मन से किसी को नुकसान न पहुंचा कर, विचारों से सत्य उजागर करना प्रमुखता से माना गया है। इसी संबंध में अगर एक परिवार से एक आदमी भी जागरूक हो जाए, तो समाज अपने आप ही सभ्य हो जाएगा। उपरोक्त शब्द एस.डी.कालेज, होशियारपुर के प्रिंसीपल डा़ नन्द किशोर ने विजय आनंद दवारा लिखित पुस्तक, यम और नियम का विमोचन करने के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहे। डा. नन्द किशोर ने कहा कि व्यक्तिगत नैतिकता में शरीर और मन की शुध्दि के साथ साथ स्वंय को अनुशासन में रख, ईश्वर के प्रति पूर्ण सर्मपण कर हम सामाजिक नैतिकता के प्रति अपनी भूमिका अदा कर सकते हैं।

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इस अवसर पर विजय आनंद ने कहा कि आज समय की माँग है कि हम संयुक्त परिवार पर कार्य करें और जीवन का सारांश देने वाली भगवद गीता की शिक्षाओं के अनुरूप कार्य करते हुए अपने परिवार को सफल परिवार बनाएं। उन्होने कहा कि समाज की सबसे छोटी कड़ी परिवार होती है और मजबूत कडिय़ां आपस में जुड़ कर मजबूत समाज का निर्माण करती हैं। जिस से देश अपने आप मजबूत बन जाता है। इस अवसर पर यूथ डिवैलपमैंट बोर्ड के पूर्व चेयरमैन संजीव तलवाड़, ऐडवोकेट संदीप कुमार, प्रशांत सेठी व एस.डी. कालेज के स्टाफ सदस्य भी उपस्थित थे।

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