चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मंगलवार को दिव्यांग व्यक्तियों के लिए मौजूदा स्कीमों का दायरा बढ़ाते हुए इनके लाभ उन व्यक्तियों को भी देने का ऐलान किया जोकि म्यूकोरमाईकोसिस के कारण दिव्यांग (शारीरिक तौर पर पीड़ित) हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने यह ऐलान वर्चुअल कान्फ़्रेंस के द्वारा राज्य में कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुए किया। उन्होंने कहा कि उपरोक्त लाभ, दिव्यांग हो जाने के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए प्रदान किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने मैडीकल शिक्षा विभाग को निर्देश दिए कि म्यूकोरमाईकोसिस के ठीक हुए मामलों की मुफ़्त जांच के लिए सरकारी मैडीकल कालेजों और अस्पतालों में पोस्ट कोविड केयर सैंटर स्थापित किये जाएँ। हालाँकि म्यूकोरमाईकोसिस के मामलों में कमी आई है और बीते हफ़्ते प्रतिदिन सिर्फ़ 3-4 मामले ही सामने आए हैं, परन्तु फिर भी मुख्यमंत्री ने सम्बन्धित विभागों को निर्देश दिए कि स्थिति की निगरानी की जाये और कोविड से ठीक हो रहे मरीजों पर नज़र रखी जाये। स्वास्थ्य सचिव हुसन लाल ने मीटिंग के मौके पर जानकारी दी कि ऐमफोटैरीसिन बी के टीके से थरैपी के बाद 3-6 महीनों के लिए पोसाकोनाज़ोल की गोली लेना जारी रखा जाना चाहिए।