-ए.सी.पी. योजना के तहत चार साल का इंक्रीमैंट लगाने के लिए बी.पी.ई.ओ. अमरीक सिंह ने मांगी थी 1500 रुपये की रिश्वत-
जालंधर (द स्टैलर न्यूज़)। सरकार और विजीलैंस ब्यूरो की चौकसी और सख्ती के बावजूद रिश्वतखोरी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रही हैं तथा न ही रिश्वत के लोभी कर्मियों का लालच कम हो रहा है। इसके चलते आम लोगों के साथ-साथ सरकारी विभागों में काम करने वालों को आज भी सरकारी कार्यालयों में अपने काम करवाने के लिए रिश्वत जैसे कलंक का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसी ही एक घटना उस समय सामने आई जब विजीलैंस विभाग ने एक अध्यापिका की शिकायत पर जालंधर में तैनात ब्लाक प्राइमरी एजुकेशन अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। जानकारी अनुसार सरकारी प्राइमरी स्कूल रायपुर बघेला में तैनात अध्यापिका इंद्रजीत कौर ने विजीलैंस में शिकायत दी थी। उसने बताया था कि ए.सी.पी. योजना के तहत उसकी तीन साल की इंक्रीमैंट लगनी थी तथा इसे लगाने की एवज में ब्लाक प्राइमरी शिक्षा अधिकारी अमरीक सिंह ने उससे 1500 रुपये की मांग की थी। इस पर कार्रवाई करते हुए विजीलैंस टीम ने अमरीक सिंह को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। विजीलैंस ने अमरीक सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवई शुरु कर दी है।