जुलाई माह दौरान 1533 करोड़ रुपए का जी.एस.टी. राजस्व एकत्रित हुआ

चंडीगढ़(द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब सरकार को इस साल जुलाई महीने दौरान विभिन्न प्रकार के एकत्रित किए जाने वाले राजस्व के आधार पर 1533 करोड़ रुपए का जी.एस.टी. राजस्व प्राप्त हुआ है जबकि पिछले साल 2020 दौरान जुलाई महीने के दौरान 1188 करोड़ रुपए एकत्रित हुए थे जिससे जी.एस.टी. राजस्व में 29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन अलग-अलग वसूलीयों में स्टेट गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स हैड, सैंट्रल गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स हैड, इंटीग्रेटिड गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स हैड और सैस हैड शामिल हैं। कर विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि गुडज़ एंड सर्विसिज टैक्स (वस्तु एवं सेवा कर) उपभोग आधारित टैक्स होने के कारण पंजाब का राजस्व का एक साधन है और राज्य के हिस्से में आता है। यह टैक्स स्टेट गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स है जो केंद्र की तरफ से हर महीने हस्तांत्रित की गई इंटरा स्टेट सप्लाई पर नकद इकट्ठा किया जाता है जो इंटीग्रेटिड गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स का क्रेडिट है और स्टेट गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स का भुगतान करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

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प्रवक्ता ने कहा कि जुलाई 2021 दौरान एकत्रित किया गया जी.एस.टी. राजस्व, अर्थात स्टेट गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स नकद इकट्ठा किया गया और केंद्र की तरफ से ट्रांसफर के भुगतान करने के लिए इस्तेमाल किया गया इंटीग्रेटिड गुडज़ एंड सर्विसिज़ टैक्स का क्रेडिट 1455.85 करोड़ रुपए है जो कि जुलाई, 2020 दौरान 1103.31 करोड़ रुपए था। जी.एस.टी. राजस्व में जुलाई, 2020 के मुकाबले जुलाई, 2021 में 31.95 प्रतिशत वृद्धि हुई जो आर्थिक सुधार की गति में तेज़ी को दर्शाता है। प्रवक्ता ने कहा कि जुलाई 2021 तक जी.एस.टी. राजस्व 85.28 प्रतिशत है जो बीते साल की इसी अवधि के मुकाबले अधिक है। राज्य की तरफ से प्रभावशाली ढंग से जाली बिलिंग और गलत व्यापार पर सख्ती से निगरानी रखी जा रही है। कर विभाग पंजाब की तरफ से कई स्रोतों से आधुनिक डाटा विश्लेषण का प्रयोग और ख़ास क्षेत्रों में टैक्स चोरी का अध्ययन किया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि संपूर्ण और प्रभावशाली टैक्स प्रशासन ने टैक्स राजस्व में वृद्धि के लिए योगदान दिया है।

प्रवक्ता ने कहा कि जुलाई 2021 दौरान वैट और सी.एस.टी. राजस्व क्रमवार 692.44 करोड़ रुपए और 28.76 करोड़ रुपए हुआ। इसी तरह जून महीने दौरान वैट और सी.एस.टी. के राजस्व की वसूली जुलाई, 2020 के मुकाबले क्रमवार 48.85 प्रतिशत और 62.49 प्रतिशत अधिक है। इसी तरह जुलाई, 2021 तक वैट और सी.एस.टी. राजस्व पिछले साल के मुकाबले क्रमवार 88.36 प्रतिशत और 125.51 प्रतिशत अधिक है। इसके अलावा आटोमोबाईल रिटेल में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। रियल एस्टेट और निर्माण गतिविधियों में वृद्धि हो रही है जिससे सीमेंट, लोहा और इस्पात क्षेत्र विकास की तरफ बढ़ रहा है। कोविड-19 महामारी से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले सर्विसिज़ सैक्टर ख़ासकर आतिथ्य, पर्यटन और खाद्य क्षेत्रों में भी कुछ सुधार हुआ है।

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