होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब गौसेवा आयोग के वाइस चेयरमैन कमलजीत चावला ने कहा कि बेसहारा गौधन की सुरक्षा व उनकी संभाल के लिए पंजाब गौ सेवा आयोग वचनबद्ध है और इसके लिए लगातार प्रयास जारी है। वे आज होशियारपुर में जिले की अलग-अलग गऊशालाओं के प्रबंधकों व अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(विकास) दरबारा सिंह भी मौजूद थे। आयोग के वाइस चेयरमैन ने सरकारी कैटल पाउंड फलाही, नगर निगम होशियारपुर की गऊशाला के अलावा सभी गऊशालाओं के प्रबंधों की समीक्षा की और विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में सडक़ों पर बेसहारा गौधन नहीं मिलेगा क्योंकि आयोग की ओर से इस संबंध में कुछ जरुरी कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि पंजाब में बेसहारा गौधन की संभाल के लिए आयोग की ओर से सरकार को स्मार्ट गौशाला बनाने का एक प्रस्ताव भेजा गया था, जिसके लिए मुख्य मंत्री पंजाब की ओर से कैबिनेट मंत्रियों की एक कमेटी बनाई गई और क मेटी की ओर से हमारे प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया है और पंजाब की पहली स्मार्ट गौशाला पटियाला में बनने जा रही है, जिसमें चार हजार गौधन एक स्मार्ट गौधन रखा जाएगा। इसके अलावा गौशाला में चारे आदि का प्रबंध किया जाएगा ताकि सरकार पर चारे का अतिरिक्त बोझ न पड़े। उन्होंने कहा कि इसी तरह पूरे पंजाब में करीब 22 स्मार्ट गौशालाएं बनने जा रही है, जिससे करीब 75 बेसहारा गौधन को कवर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस समय 426 गैर सरकारी व 18 सरकारी गौशालाएं कार्य कर रही है, जिसमें 35 हजार के करीब गौधन सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि स्मार्ट गौशाला बनने से एक भी गौधन पंजाब में सडक़ों पर बेसहारा नहीं मिलेगा। कमलजीत चावला ने बताया कि पंजाब में वैटनरी इंस्पेक्टरों की कमी को लेकर काफी समस्या थी, जो कि अब पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से 866 वैटनरी इंस्पेक्टरों की भर्ती की जा रही है और इंस्पेक्टरों की भर्ती प्रक्रिया 30 अगस्त तक पूरी कर ली जाएगी और सितंबर के पहले सप्ताह में इनकी तैनाती कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टरों की भर्ती होने से किसी जिले में इनकी कमी नहीं होगी और गौशालाओं में भी बेसहारा गौधन के इलाज को किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि होशियारपर जिले में भी 6 गौशालाओं में आयोग की ओर से स्वास्थ्य चैकअप कैप लगाए गए थे और बाकी बची अन्य गौशालाओं में भी यह हैल्थ चैकअप कैंप जल्द ही लगाए जाएंगे।
आयोग के वाइस चेयरमैन ने इस दौरान उन्होंने गऊशाला प्रबंधकों की समस्याओं को सुना और उनकी समस्याओं का जल्द निपटारा करने का भरोसा भी दिया। इस मौके पर जिला विकास व पंचायत अधिकारी सर्बजीत सिंह, डिप्टी डायरेक्टर पशु पालन विभाग हरजीत सिंह, सहायक डायरेक्टर डा. रंजीव बाली, कैटल पाउंड फलाही के नोडल अधिकारी डा. मनमोहन सिंह दर्दी, डा. करनैल सिंह. डा. दीपक कुमार, एडवोकेट संदीप राजपूत, अश्वनी गैंद, देव शर्मा के अलावा जिले की अलग-अलग गऊशालाओं के प्रबंधक भी मौजूद थे।