जीवन कौशलों का संबंध पूर्ण कुशलताओं के विकास से है: पूजा शर्मा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्रीमती सरस्वती देवी मेमोरियल एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से भारत सरकार की स्कीम नई-रौशनी (अल्पसंख्यक महिलायों में नेतृत्व विकास प्रशिक्षण) अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालयों के तहत हैंडहोल्डिंग की मीटिंग  गाँव अहराना कलां,  होशियारपुर में की गयी I जिसमे जीवन कौशल के विषय में चर्चा हुईं एवम् जीवन कोशल के बारे में बताया गया I जिसमे सोसाइटी कि चीफआर्गेनाइजर श्रीमती पूजा शर्मा ने बताया कि “जीवन कौशलों का संबंध पूर्ण कुशलताओं की विकास से है। जो कि छात्रों को सामाजिक,आर्थिक राजनीतिक एवं व्यावहारिक क्षेत्र में सफल बनाती है। तथा उन्हें सर्वांगीण विकास की ओर अग्रसर करती है।जिससे कि बालक का विकास पूर्ण मानव के रूप में हो।” जीवन कौशल शिक्षा एक प्रकार का ऐसा कौशल हैं। जिसके अंतर्गत बालक को उचित जीवन निर्वहन करने योग्य एवम जीवन से सम्बंधित क्रिया कलापो को सुव्यवस्थित ढंग से करने की क्षमता विकसित की जाती हैं।

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जीवन कौशल शिक्षा एक प्रकार की ऐसी शिक्षा हैं। जिसमे बालक को इस प्रकार से दक्ष करना कि वह विषम परिस्थितियों में अपनी योग्यता और बुद्धि के द्वारा समायोजन कर सके। साथ ही साथ मानव जीवन मे ऐसी कुशलाओ को विकसित करना है। जिससे वह एक कुशल नागरिक बन सके।जीवन कौशलों का आत्म तत्व आत्मविश्वास होता है जिसके अभाव में कोई बालक कार्य की योग्यता होते हुए भी कार्य को उचित रूप से संपन्न ने नहीं कर पाता है।इसीलिए जीवन कौशल की शिक्षा द्वारा छात्रों में आत्मविश्वास को भावना को विकसित किया जाता है।

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