पंजाब में स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण-2021 शुरू

चंडीगढ़ ( द स्टैलर न्यूज़)। जल सप्लाई और सैनीटेशन विभाग, पंजाब द्वारा मात्रात्मक और गुणात्मक सेनिटेशन (स्वच्छता) मापदण्डों के आधार पर राष्ट्रीय रैंकिंग प्राप्त करने के मकसद से स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण (एस.एस.जी.) 2021 की शुरूआत की गई है। इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये एक प्रवक्ता ने बताया कि विभाग के प्रमुख सचिव जसप्रीत तलवाड़ ने एस.एस.जी. की शुरूआत महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीच्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन (मैगसीपा) चंडीगढ़ में अतिरिक्त सचिव अमित तलवाड़, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण (एसबीएमजी) के मिशन डायरैक्टर राकेश शर्मा और सभी ज़िला सैनीटेशन अधिकारी और स्टेट एसबीएम (जी) टीम की मौजुदगी में की है।

Advertisements


इस मौके पर बोलते हुये अमित तलवाड़ ने एस.एस.जी. 2021 के मकसद संबंधी अवगत करवाया। उन्होंने एस.एस.जी. 2021 के अधीन अलग-अलग क्षेत्रों जैसे स्वै-रिपोर्टिंग, सीधी निगरानी और सिटीजन फीडबैक के बारे जानकारी दी और एस.एस.जी. 2019 के बारे अपने तजुर्बे और सर्वोत्त्म अभ्यासों को भी सांझा किया। उन्होंने बताया कि यह सर्वेक्षण 25 अक्तूबर से 23 दिसंबर 2021 तक किया जायेगा। उन्होंने सिटीजन फीडबैक पर ज़ोर दिया जोकि एस.एस.जी. 2021 का एक अहम हिस्सा है। ज़िला टीमों को एस.एस.जी. 2021 की सफलता के लिए बेहतर मीडिया प्लान तैयार करने की सलाह दी गई। मिशन डायरैक्टर एसबीएमजी राकेश कुमार शर्मा ने स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2021 के बारे समूची जानकारी पेश की। अपने संबोधन के दौरान जसप्रीत तलवाड़ ने बताया कि पंजाब में यह सर्वेक्षण एक स्वतंत्र सर्वेक्षण एजेंसी मैसर्ज इप्सोस रिर्सच प्रायवेट लिमिटेड द्वारा किया जायेगा और 521 गाँवों को सर्वेक्षण के लिए चुना जायेगा। हरेक चुने हुए गाँव में से 10 घरों और 5 सार्वजनिक स्थानों का अलग-अलग स्वच्छ मापदण्डों के आधार पर मूल्यांकन किया जायेगा। एस.एस.जी. 2021 का मुख्य मकसद जिलों और राज्यों की तुलना में बड़े स्तर पर नागरिक भागीदारी को उत्साहित करना, ज़मीनी स्तर पर स्वच्छता की प्रगति का जायज़ा लेना, नागरिकों से फीडबैक की माँग करना और जिलों में ठोस और तरल अवशेष प्रबंधन के लागूकरण का मूल्यांकन करना है।


उन्होंने एसएसजी 2021 की ज़मीनी स्तर पर सफलता के लिए ज़िला प्रशासन, ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग और अन्य हिस्सेदार विभागों, ग्राम पंचायतों के सामुहिक यत्नों की ज़रूरत पर ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी दोहराया कि सिटीजन फीडबैक इस सर्वेक्षण का सबसे महत्वपूर्ण अंग है और जिलों को इस सम्बन्धी व्यापक जागरूकता मुहिमें आयोजित करने की ज़रूरत है जिससे इसको लोक लहर बनाया जा सके। एसएसजी 2021 राष्ट्रीय रैंकिंग में शिखर पर आने के लिए जिलों में बेहतर मुकाबले की भावना को उत्साहित करेगा जोकि पूरे राज्य के लिए गर्व वाली बात होगी। डा. अनूप त्रिपाठी, एम एंड ई माहिर एसबीएमजी, पीने वाले पानी और सैनीटेशन विभाग, भारत सरकार की तरफ से राज्य स्तरीय लांच के दौरान जिलों को इस रैंकिंग में अग्रणी बनने के लिए उत्साहित किया गया। डा. अनूप ने राज्य की सराहना करते हुये कहा कि पंजाब स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2021 शुरू करने वाले भारत के अग्रणी राज्यों में से एक है। उन्होंने जिलों में एसएसजी 2021 को प्रभावशाली ढंग से लागू करने सम्बन्धी महत्वपूर्ण जानकारी भी सांझा की।


इप्सोस रिर्सच प्राईवेट लिमटिड के मैनेजर आपरेशन जसप्रीत सिंह की तरफ से एस.एस.जी. फ्रेमवर्क और रैंकिंग प्रोटोकोल सम्बन्धी विस्तृत पेशकारी दी गई और आई.एम.आई.एस. पर रिपोर्टिंग के बारे भी जानकारी दी गई। इसके इलावा पूछे गए सभी सवालों के भी जवाब दिए गए। इस प्रोग्राम में सभी अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नरों (विकास), ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधिकारी, सामाजिक स्टाफ ने अपने-अपने जिलों से वर्चुअल तौर पर शिरक्त की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here