कपूरथला (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। कहते हैं कुछ कानून बने ही तोडऩे के लिए होते हैं। कुछ ऐसा ही दिखाई दिया कपूरथला जिलाधीश के दफ्तर के बाहर जब सोमवार के दिन दफ्तरी कार्यकाल दौरान 200 से 250 लोगों को लेकर पंजाब के कैबिनेट मंत्री के पुत्र राणा इन्द्रप्रताप धरना देने पहुंच गए। मौके पर धरने के साथ-साथ लाउड स्पीकर का भी इस्तेमाल किया गया। वहीं जिलाधीश ने 23 नवंबर को फौजदारी कानून के तहत 144 लगा धरने प्रदर्शन पर 17 जनवरी 2021 तक रोक लगाई हुई है। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगी न ही किसी पुलिस अधिकारी ने उन्हें रोका। जब लोगों से इस बारे पूछा तो उन्होंने कहा उन्हें तो बस में लाया गया और वह राणा इन्द्रप्रताप के कहने पर आए हैं।
वहीं जब धरने में आये कांग्रेस नेता राणा इन्द्रप्रताप सिंह से जब डीसी के आदेशों के बारे में पूछा तो पहले वह यह कहते रहे कि लोगों के हकों के लिए आए हैं बाद में उन्होंने कहा कि उन्हें डीसी के आदेशों के बारे में नहीं पता था। वहीं जब डीसी दीप्ति उप्पल से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि आदेश रद्द नहीं हुआ अभी भी लागू है जब उनके दफ्तर के बाहर लगे धरने के बारे में पूछा तो वो देख लेने की बात कह फोन काट गए।