चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसरों की भर्ती को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री परगट सिंह के खि़लाफ़ लगाए गए दोषों को मनघड़ंत और तथ्य रहित बताते हुए कांग्रेसी विधायकों ने कहा कि यह तो वह बात हुई छाज तो बोले छलनी क्या बोले। उन्होंने कहा कि अपने 10 साल के कुशासन दौरान माफिया राज कायम करने वाले सुखबीर बादल को ऐसा बयान देना शोभा नहीं देता। यहाँ जारी साझे प्रैस बयान में कांग्रेसी विधायकों कुलजीत सिंह नागरा, बरिन्दरमीत सिंह पाहड़ा, कुलबीर सिंह ज़ीरा और अमित विज ने कहा कि अकाली दल के प्रधान को परगट सिंह की इमानदारी पर शंका प्रकट करने का भी नैतिक अधिकार नहीं है क्योंकि उच्च शिक्षा मंत्री शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं जबकि सुखबीर सिंह बादल ने अपने राज के दौरान माफिया के सरगने के तौर पर काम करते हुए राज्य का विनाश किया।
उन्होंने आगे कहा कि बादलों ने वर्षों तक पंजाब को लूटा और पिछले दो दशकों के दौरान अपने 15 सालों के राज दौरान एक भी सरकारी कॉलेज में प्रोफ़ैसर की भर्ती नहीं की। अब मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के योग्य नेतृत्व में उच्च शिक्षा मंत्री द्वारा 25 वर्षों बाद पारदर्शी ढंग से 1091 सहायक प्रोफेसरों की भर्ती की जा रही है परन्तु इस महत्वपूर्ण कदम का स्वागत करने की जगह बादल बेबुनियाद दोष लगाने में तुले हुए हैं। कांग्रेसी विधायकों ने साझे बयान में कहा कि बादलों से उलट, परगट सिंह की कोई ट्रांसपोर्ट, रेत की खान या होटल का कारोबार नहीं है। सुखबीर बादल, उच्च शिक्षा मंत्री के किरदार पर उंगली उठाने की हिम्मत भी कैसे कर सकता है? बादलों ने नशा तस्करों और माफिया को शह देकर पंजाब के भविष्य को बर्बाद किया है। पंजाब के लोग बादलों के गुनाहों को कभी नहीं भुलेंगे और उनको (बादलों को) इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।