होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): नगर निगम होशियारपुर में आज 1 सितंबर को स्थिति अजीब-ओ-गरीब दिखी। आलम ये था कि कमिशनर न होने के चलते पेश आ रही समस्याओं को लेकर निगम पर काबिज भाजपा-अकाली पार्षदों को मेयर शिव सूद की अगुवाई में धरना देने को विवश होना पड़ा। लंबे समय से कमिशनर विहीन निगम में किसी तरह का कोई काम न होने के चलते जहां पार्षदों को कई प्रकार की समस्याओं को सामना करना पड़ रहा है वहीं जनता के कई प्रकार के काम रुके पड़े हैं। इतना ही नहीं ठेके पर रखे कर्मियों तथा पंजाब पुलिस से लिए गए कर्मियों को पिछले करीब 3 माह से वेतन न मिलने से स्थिति और भी जटिल होती जा रही है।
-भाजपा-अकाली पार्षदों ने मेयर शिव सूद की अगुवाई में पंजाब सरकार के खिलाफ दिया रोष धरना-
धरने दौरान जहां भाजपा-अकाली पार्षदों ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली वहीं कमिशनर न होने के कारण पेश आ रही मुश्किलों पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान पार्षद प्रेम सिंह, शुक्ला देवी शर्मा, मीनू सेठी, विक्रमजीत सिंह कलसी, सुरेश भाटिया बिट्टू, निपुण शर्मा तथा पार्षद रमेश ठाकुर मेछी के अलावा अन्य पार्षदों ने अपनी-अपनी समस्याएं एवं जनता के पैंडिग र्का न होने के चलते सरकार को जमकर कोसा।
इस मौके पर मेयर शिव सूद ने बताया कि जब प्रदेश में अकाली-भाजपा सरकार थी तब निगम एक दिन भी कमिशनर के बिना नहीं रही। भले ही कमिशनर की पक्के तौर पर नियुक्ति की गई हो या फिर एडीशनल चार्ज किसी अधिकारी को दिया गया हो। मगर तत्कालीन सरकार ने निगम के विकास कार्यों एवं अन्य लोक भलाई योजनाओं को रुकने नहीं दिया। मगर, जब से प्रदेश में कांग्रेस सरकार आई है तब से नगर निगम होशियारपुर के साथ सौतेला व्यवहार किया जाने लगा तथा अब तो आलम ये है कि भाजपा व अकाली पार्षदों के ही नहीं बल्कि कांग्रेसी पार्षदों के भी समस्त विकास कार्य रुके हुए हैं।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेसी पार्षदों को जनता से कोई हमदर्दी होती तो वे इस धरने में उनके साथ आकर बैठते, क्योंकि ये कोई राजनीतिक धरना नहीं बल्कि पार्टीबाजी से ऊपर उठकर जनता की भलाई एवं कार्यों के लिए धरना दिया गया है। इस अवसर पर भाजपा-अकाली पार्षदों के अलावा युवा नेता अनिल हंस, चिंटू हंस एवं बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद थे।