टांडा उड़मुड़ (द स्टैलर न्यूज़)। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के बाद जहां यूक्रेनियन की जान खतरे में है वही भारत से पढ़ने के लिए गए कई छात्रों की वापसी एक बड़ी चिंता का विषय है हालांकि भारत सरकार द्वारा कई छात्रों को वापिस भारत लाया जा चुका है लेकिन फिर भी हजारों भारतीय छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं जो की भारत के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है रविवार को मिली जानकारी के अनुसार होशियारपुर जिले के क्षेत्र टांडा के अधीन आते ढडियाला गांव का एक छात्र हरमन सिंह पुत्र दलजीत सिंह भी यूक्रेन के स्टेट कीव में फंसा हुआ है हरमन सिंह 2019 में पढ़ाई के लिए यूक्रेन गया था और उसका अब तीसरा समेस्टर चल रहा था और यूक्रेन-रुस युद्ध के कारण वहां बुरी तरह फंसा हुआ है इस संबंध में जब हरमन के परिवार से बात की गई तो उसकी मां वीरिंदर कौर और चाचा दलबीर सिंह और बहन ने कहा कि हरमन के अनुसार, रूस और यूक्रेन में युद्ध के बाद स्टेट कीव में स्थिति बहुत खराब हो गई है।
उन्होंने बताया कि वो अन्य छात्रों के साथ मेट्रो के बंकरों में छिप कर अपनी जान बचा रहे है और अब उनके पास खाने-पीने के लिए भी समान बहुत कम रह गया है और कुछ मिल भी नही रहा है और उन्होंने बताया कि हरमन ने 28 फ़रवरी को वैसे भी भारत आना था लेकिन युद्ध के कारण सभी फ़्लाइट्स रद्द हो गई और रोती हुई माता वीरिंदर कौर ने कहा कि आगे तो हमारी विडीओ कॉल पर बात हो जाती थी लेकिन अब तो वहां की सरकार ने विडीओ कॉल और मोबाइल भी बंद कर दिए है उन्होंने भारत सरकार से अपने बेटे हरमन सिंह को पूरी सुरक्षा में भारत लाने की अपील की गौरतलब है कि हरमन के पिता सेना के ग्रिफ विभाग में कार्यरत हैं वास्तव में, हजारों छात्र अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं, जो बेक़ाबू हो चुकी स्थिति को लेकर चिंतित हैं।