होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़) रिपोर्ट: सुनंदन कुमार। आम आदमी पार्टी द्वारा राज्यसभा की 5 सीटों के लिए घोषित उम्मीदवारों का विरोध शुरू हो गया है। होशियारपुर से एनएसयूआई के जिला प्रधान रिशु आदिया ने कहा कि क्या अब दिल्ली-छत्तीसगढ़ के लोग पंजाबियों की आवाज राज्यसभा में उठाएंगेे। उन्होंने कहा कि पंजाब में काबिल लोगों की क्या कमी हो गई थी, जो पंजाब से बाहर के लोगों को उम्मीदवार बनाना पड़ा। उन्होंने कहा आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सिर्फ पंजाबियों के साथ ही नहीं बल्कि अपनी पार्टी के मेहनती लीडरों के साथ भी नाइंसाफी की है।
रिशु आदिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों में 2 उम्मीदवार डॉ. संदीप पाठक छत्तीसगढ़ तथा राघव चड्ढा दिल्ली के हैं। उन्हे पंजाब की समस्याओं बारे कुछ भी जानकारी नहीं है। सीमावर्ती राज्य होने के कारण पंजाब का माहौल देश के दूसरों राज्यों से अलग है। पंजाब ने विभाजन और आतंकवाद का संताप भोगा है। इससे पंजाबी तो वाकिफ हैं बाहरी व्यक्ति इस दर्द को नहीं पहचान सकता। उन्होंने कहा कि खुद को आम आदमी बतलाने वाले केजरीवाल ने अपने हित्तों के लिए अपनी पार्टी के दिग्गज नेताओं को छोडक़र बड़े-बड़े उद्योगिक घरानों से जुड़े लोगों को पार्टी की ओर से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार बनाया है, जो उन पार्टी वर्करों के साथ भी बेइंसाफी है। उनका कहना है कि पंजाबियों को ही पंजाब की आवाज उठाने के लिए राज्यसभा में भेजा जाना चाहिए था। पंजाब की आवाज पंजाबी ही राज्यसभा में बनते तो ज्यादा अच्छा रहता।
बता दें कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के रहने वाले राघव चड्ढा, छत्तीसगढ़ के डॉ. संदीप पाठक लुधियाना से उद्योगपति संजीव अरोड़ा और जालंधर निवासी पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह, फगवाड़ा स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अशोक मित्तल को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है।