नई दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। आम आदमी को महंगाई एक ओर झटका देने को तैयार है। पैट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच अब 800 जरूरी दवाएं भी 1 अप्रैल 2022 से महंगी होने जा रही हैं। बता दें, ये जरूरी दवाएं 1 अप्रैल से 10.7 प्रतिशत महंगी हो जाएंगी। नैशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए मंजूरी दे दी है। यानी आम आदमी पर महंगी दवाओं की मार पडऩी तय है।
खबर के मुताबिक, थोक मूल्य सूचकांक में बढ़ोतरी के चलते दवाएं महंगी होंगी। कहा गया है कि इनपुट कॉस्ट पर दबाव ज्यादा बढ़ गया है। देश में करीब 1.6 लाख करोड़ रुपये का दवा बाजार है। इसमें अधिसूचित दवाओं की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत है। इसे साल 2013 के बाद सबसे बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है। हालांकि साल 2016 में कीमतें कम भी करनी पड़ी थी। अभी तक 0.5 से 4 प्रतिशत तक ही बढ़ोतरी हुई थी।
पैरासिटामोल के लिए चुकाने होंगे ज्यादा दाम अगले महीने से पेनकिलर और एंटी बायोटिक जैसे पैरासिटामोल (Paracetamol) फिनाइटोइन सोडियम, मेट्रोनिडाजोल जैसी जरूरी दवाओं के लिए भी आपको ज्यादा दाम चुकाने होंगे। महंगी होने वाली दवाओं की लिस्ट में एंटीबायोटिक, विटामिन, शुगर, ब्लड प्रेशर सहित दूसरी दवाएं शामिल है। आपको बता दें देश में अधिसूचित दवाओं का मूल्य सरकार तय करती है। राष्ट्रीय औषधि मूल्य प्राधिकरण (एनपीपीए) 2013 के औषधि मूल्य नियंत्रण आदेश के दायरे में आने वाली दवाओं का मूल्य निर्धारित करता है।