राजौरी के कोटरंका बाजार के पास एक साथ दो धमाके, लोगों में दहशत

जम्मू/राजौरी(द स्टैलर न्यूज़),रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। नियंत्रण रेखा से सटे राजौरी- पुंछ जिलों में अमन- शांति आतंकी संगठनों को रास नहीं आ रही है। आतंकी तीन दशक पहले वाले हालात पैदा करने की साजिश में जुटे हैं । इसी कोशिश के तहत देर शाम को दो जोरदार धमाके हुए । शुक्र है किसी प्रकार का नुकसान तो नहीं हुआ, लेकिन यह साफ हो गया है कि क्षेत्र में फिर से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है फिलहाल अभी पुलिस ही इसकी जांच कर रही है , लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इन धमाकों को हल्के में नहीं ले रही हैं । सेना व पुलिस के जवानों ने क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर रखा है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ जारी है। इन धमाकों से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों को फिर से पुराने दिन याद आने लगे हैं। जब सीमावर्ती क्षेत्र में आतंकियों की तूती बोलती थी। आये दिन धमाके व गोलाबारी की आवाजें सुन्ना लोगों आम बात थी और लोग दिन ढलते ही घरों में कैद हो जाते थे।

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देर शाम को हुए लगातार दो धमाकों से क्षेत्र के लोगों में डर का माहौल है । लोगों को फिर से आतंक का दौर याद आने लगा है जब कोटरंका के क्षेत्र में आतंकियों की तूती बोली जाती थी । हर रोज धमाके व मुठभेड़ क्षेत्र में होती रहती थी उस दौर में कई लोगों ने अपनी जान गवाई और कई घरों को आतंकियों ने आग के हवाले कर दिया । शाम को पांच बजे के बाद सभी दुकानें बंद हो जाती थीं सूर्य ढलते ही लोग अपने घरों में कैद हो जाते थे ।

इन धमाकों ने वर्षों की शांति को फिर से भंग कर दिया है । लोगों में फिर से डर का माहौल देखने को मिल रहा है । कुछ सालों से राजौरी व पुंछ दोनों जिले आतंकियों के निशाने पर हैं । पहले पुंछ के चमरेड़ व भाटाधुलिया के जंगलों में आतंकियों ने सेना के 10 जवानों को शहीद कर दिया था । उसके बाद कई क्षेत्रों में आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिलती रही। कईं दिनों तक नेशनल हाईवे को सील कर। वाहनों को लिंक मार्ग की तरफ जोड़ा गया। आधुनिक हथियार से घने जंगलों में बम्ब फेंके गए ताकि आतंकी जिंदा या मुर्दा हाथ लग सके। लेकिन उस दौरान सफलता हाथ नहीं लग पाई। जिला राजौरी के अंतर्गत कोटरंका के बाजार में दो धमाकों से साफ हो गया कि क्षेत्र में आतंकी व उनके मददगार अभी भी मौजूद हैं । जो आने वाले दिनों में सुरक्षा बलों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते हैं । सेना ने नियंत्रण सीमा रेखा पर सतर्कता बढ़ा दी है । सरहद से सटे क्षेत्रों में गश्त बढ़ाई गई है।
हर संदिग्ध पर नजर रखी जा रही है।

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