राजौरी (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: अनिल भारद्वाज। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के तत्वाधान में समस्त क्षेत्र निवासियों के सहयोग से जिला राजौरी के अंतर्गत त्रियाठ में पांच दिवसीय श्रीराम कथा के प्रथम दिन की सभा में श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री सौम्या भारती जी ने बहुत बड़ी संख्या में उपस्थित संगत को कथा सुनाते हुए कहा की संत समागम को प्राप्त करना और प्रभु की कथा को श्रवण करना जीवन का सच्चा एवं सबसे बड़ा लाभ है।जब इंसान के ऊपर ईश्वर कृपा करते हैं तभी यह लाभ प्राप्त होता है। दूसरी तरफ मानव जीवन प्राप्त करके ईश्वर की भक्ति नहीं करना। जीवन का सबसे बड़ी हानि है। इसीलिए सौभाग्यशाली होते हैं वह लोग जिन्हें जीवन में प्रभु की कथा श्रवण करने को प्राप्त होती है।
त्रेता युग में जब चारों तरफ आतंक का माहौल था अथर्व चरम सीमा पर पहुंच गया और चारों तरफ त्राहि-त्राहि मची हुई थीकरे। उस समय समस्त दैवीय शक्तियां ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। हे प्रभु इस धरा पर आकर धर्म की स्थापना कीजिए और समस्त मानव जाति का उद्धार करें। और प्रभु अवतरण की आधारशिला बनती है। कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के अनेकों प्रतिष्ठित जन्म मौजूद रहे और स्वामी सुचेता नंद, स्वामी सुकर्म आनंद स्वामी हरिदास आनंद, श्याम लाल शर्मा, अशोक कुमार सरपंच, राकेश सूरी, तिलक राज शर्मा सरोति इत्यादि विशेष तौर पर मौजूद रहे। कार्यक्रम का समापन पावन आरती के साथ किया गया।