होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक जागरूकता के लिए काम करने वाली संस्था ‘सवेरा’ ने 800 से अधिक आवश्यक दवाओं की बढ़ती कीमतों पर चिंता जताई है। ‘सवेरा’ के संयोजक डॉ. अजय बग्गा ने कहा कि आम बीमारियों में उपयोग की जाने वाली 800 से अधिक आवश्यक दवाओं में नैशनल फार्मासिउटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी की मंजूरी के बाद 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि ये दवा कंपनियां पिछले कुछ समय से कीमतों में वृद्धि की मांग कर रही थीं क्योंकि दवाओं के निर्माण में इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल विदेशों से महंगा आ रहा था।
डॉ. बग्गा ने कहा कि केंद्र सरकार को आवश्यक दवाएं बनाने वाली कंपनियों को टैक्स में छूट देनी चाहिए थी ताकि कच्चे माल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी से कंपनियों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई हो सके। उन्होंने कहा कि जरूरी दवाओं के दाम बढ़ाकर कंपनियों को आर्थिक लाभ देना तर्कसंगत नहीं है। तेल, डीजल, गैस और खाद्य तेल की कीमतों में तेजी को लेकर जनता पहले से ही चिंतित है। डॉ. बग्गा ने कहा कि बीमारी के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली जरूरी दवाओं के दाम बढऩे से लोगों की परेशानी और बढ़ेगी।