होशियारपुर-(द स्टैलर न्यूज़)। सामाजिक संघर्ष पार्टी पंजाब के (चंडीगढ़ तथा पंजाब के इंचार्ज किशोर गुरू, जसविन्द्र सिंह (सरपरस्त ), मास्टर महिन्द्र सिंह हीर (प्रदेश अध्यक्ष), तीर्थ राम तोगडि़या (जनरल सचिव), हरदियाल सिंह (रिटाः एस.डी.ओ) हरचन्द सिंह जखवाली, कुलवन्त सिंह चौहान (उप-प्रधान पंजाब), हरविन्द्र सिंह प्रिंस (प्रदेश प्रधान यूथ विंग पंजाब), राजिन्द्र कौर, हरप्रीत ढिल्लो (लेडी विंग) ने एक संयुक्त प्रैस ब्यान में कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ द्वारा चरनजीत सिंह चन्नी (पूर्व मुख्यमन्त्री पंजाब) के विरूद्ध जो दलित होेने के नाते ब्यान दिया है, वह अति निंदनीय है।
उनके इस ब्यान में रजवाड़ाशाही तथा मनुवादी सोच की बदबू आ रही है। जाखड़ के इस ब्यान से 85 प्रतिशत एस.सी/एस.टी. तथा पछड़े वर्ग में ज़ोरदार गुस्से की लहर बन गई है क्योंकि उसने इस समाज की शान को ललकारा है। इस अवसर पर किशोर गुरू (इंचार्ज पंजाब चंडीगढ़) ने कहा कि भारतीय संविधान भारत के हर एक नागरिक को बराबरता का अधिकार देता है तथा जहां जाति पर आधारित छुआ-छात तथा सांप्रदयिकता को रोकता है वहीं जाखड़ का यह ब्यान भारतीय संविधान की मूल भावना के भी विरूद्ध है। इस कारण समाजिक संघर्ष पार्टी पंजाब के मुख्यमन्त्री तथा एस.सी./एस.टी कमिशन पंजाब से जाखड़ के विरूद्ध एस.सी./एस.टी एक्ट के तहत तुरंत मुकद्दमा दर्ज करने की ज़ोरदार मांग करती है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मास्टर महिन्द्र सिंह हीर ने प्रैस ब्यान में यह भी कहा कि जाखड़ का यह ब्यान कांग्रेस के कफन में कील ठोक देगा। इस कारण कांग्रेस हाई कमान को इस उच्च जाति से हंकारे हुये लीडर को कांग्रेस पार्टी से बाहर करना चाहिए। हीर ने कहा कि अगर सरकार ने जाखड़ के विरूद्ध तुरन्त केस दर्ज न किया तो उसके विरूद्ध ज़ोरदार संघर्ष शुरू किया जायेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी पंजाब सरकार की होगी। हीर ने यह भी कहा कि इस सम्बन्धी पंजाब की समूह श्री गुरू रविदास सभायें, अम्बेडकर विचार धारा से सम्बन्धित सभी जत्थेबन्दियां, वाल्मीकि सभायें तथा अन्य हमख्याली राजनीति पार्टियां के साथ विचार-विमर्श करके अगले संघर्ष की रूपरेखा जल्दी ही तैयार की जायेगी।