होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। सिविल हस्पताल में चल रहे बहुचर्चित सी.टी. स्कैन मशीन मामले सम्बन्धी बेगमपुरा टाईगर फोर्स डैमोक्रेटिक भारतीय लोकदल तथा शिरोमणि अकाली दल अमृतसर की एक संयुक्त मीटिंग हुई। मीटिंग में बेगमपुरा टाईगर फोर्स के चेयरमैन तरसेम दीवाना, राष्ट्रीय प्रधान अशोक सल्लण, बब्बू सिंगड़ीवाल, देव राज भगत नगर, ईश कुमार शेरगढ़, हंसराज अस्लामाबाद, शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के जनरल सचिव गुरनाम सिंह सिंगड़ीवाल तथा डैमोक्रेटिक भारतीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रधान गुरमुख सिंह खोसला ने शिरकत की।
मीटिंग में सिविल सर्जन दफ्तर के अधिकारियों ने क्रमवार जि़ला परिवार भलाई अफसर डॉ. सुनील अहीर तथा एस.एम.ओ. डॉ. स्वाति द्वारा प्रैस कान्फ्रैंस करके सी.टी. स्कैन मशीन मामले में गुमराह करने वाले तथ्यों को पेश करने की कड़े शब्दों में निंदा की गई। मीटिंग को सम्बोधन करते हुये अलग-अलग नेताओं ने कहा कि उक्त अधिकारी पहले ही सी.टी. स्कैन मशीन स्थापित करने में बिना वजह देरी करने के जि़म्मेदार हैं तथा अब फिर इनके द्वारा प्रैस कान्फ्रैस करके सारा मामला किसी और पर डालने की कोशिश की जा रही है जबकि असल में उपरोक्त अधिकारियों की लापरवाही तथा मशीन बिना ज़रूरी दस्तावेज़ से स्थापित करने में बराबर जि़म्मेवार हैं । इससे भी अधिक आश्चर्य वाली बात तो यह है कि अधिकारियों के मुताबिक कम्पनी ने बिना ज़रूरी दस्तावेज़ों के मशीन सिविल हस्पताल में नई लैब में स्थापित भी कर दी तथा वापिस भी ले गये जिसके लिए मुख्य तौर पर सिविल हस्पताल तथा सिविल सर्जन दफ्तर की अथारटी जि़म्मेदार है।
समूह वक्ताओं ने कहा कि अब जी अलग-अलग समाजिक जत्थेबन्दियां इस मामले को लेकर शोर डाला है तो जल्दबाज़ी में मशीन स्थापित करने की मन्ज़ूरी भी दे दी गई तथा ज़रूरी दस्तावेज़ भी मुकम्मल कर दिये गये। इसके उल्ट प्रैस कान्फ्रैस में उक्त अधिकारियों द्वारा समाजिक जत्थेबन्दियों पर मामले की पूरी जानकारी न होने के गलत इल्ज़ाम लगाये जा रहे है। नेताओं ने कहा कि प्रैस कान्फ्रैस करने वाले अधिकारियों से जब इस मामले को लेकर पत्रकारों ने सवाल किये तो उनके पास पत्रकारों के सवालों के जवाब नही थे। उपरोक्त अधिकारी पत्रकारों के सवालों का कोई ठोस जवाव नही दे सके तथा उन अधिकारियों के मुताबिक अगर कम्पनी के दस्तावेज़ों में सचमुच केाई कमी है तो पंजाब के जिन जि़लों में मशीनें लग चुकी हैं उनकी भी जांच की जानी चाहिए।
मीटिंग में अलग-अलग जत्थबन्दियों ने पंजाब सरकार तथा मुख्यमन्त्री भगवन्त मान से मांग की कि इस सारे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाये जिससे सच-झूठ सामने आ जायेगा क्योंकि सेहत विभाग में मौजूद भ्रष्ट तत्वों ने रसूखदर लोगों के कारोबारों को बरबाद होने से बचाने के लिए उनकी शह पर भी मशीन स्थापित करने की बिना वजह देरी की है, जिसकी मुकम्मल जांच की जानी चाहिए। मीटिंग में समूह जत्थेबन्दियों ने चेतावनी दी कि अगर उपरोक्त अधिकारियों के खिलाफ कारवाई न की गई तो तीखे संघर्ष की रूपरेखा तैयार की जायेगी।