नेत्रदान के प्रति लोगों को और जागरुक करने हेतु विभिन्न स्थानों पर लगवाए गए हैं होल्डिंगस: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। रोटरी आई बैंक एवं कार्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी की तरफ से प्रधान व प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा की अगुवाई में शहर के अलग-अलग स्थानों पर नेत्रदान के प्रति जागरुकता करने हेतु होल्डिंगस लगावाए गए हैं। इस मौके पर सिविल अस्पताल में होल्डिंग लगाने दौरान उनका और उनकी टीम का एसएमओ सुनील भगत ने स्वागत किया और उनकी इस पहल की सराहना की। इस अवसर पर सोसायटी के चेयरमैन जेबी बहल व आई सर्जन डा. मनप्रीत कौर भी विशेष रुप से उपस्थित हुए। इस दौरान अरोड़ा ने बताया कि नेत्रदान के प्रति जनता पहले से काफी जागरुक हुई है तथा उन्हें और जागरुक करने तथा युवा वर्ग को इस मुहिम से जोडऩे के उद्देश्य से शहर के अलग-अलग स्थानों पर जागरुकता सामग्री अंकित किए हुए होल्डिंगस लगवाए गए हैं ताकि उन पर दी गई जानकारी से लोग इससे जुड़ी भ्रांतियों से मुक्त हो सकें।

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अरोड़ा ने कहा कि सिविल अस्पताल में शव गृह के बाहर बोर्ड लगवाया गया है ताकि संसार को अलविदा कहकर जाने वाले लोगों के परिजन इस पर दी गई जानकारी पढ़ें और हो सकता है कि अधिकतर लोग अपने परिजन की आंखें जान करने का भी मन बना लें। जिससे कार्निया ब्लाइंडनैस पीडि़तों के आप्रेशन करवाकर उन्हें रोशनी प्रदान की जा सकेगी। अरोड़ा ने एसएमओ सुनील भगत एवं डा. मनप्रीत कौर का भी धन्यवाद किया, जिनके द्वारा नेत्रदान मुहिम में सोसायटी को हर संभव सहयोग प्रदान किया जा रहा है।

इस अवसर पर बहल ने अस्पताल में चैकअप हेतु आए लोगों को जागरुक करते हुए बताया कि नेत्रदान ही एकमात्र ऐसा दान है जो मरणोपरांत करना होता है और हमारी इच्छानुसार हमारे पारिवारिक सदस्य सोसायटी के पदाधिकारियों को सूचित करते हैं। सूचना मिलने के आधे घंटे के भीतर ही सोसायटी की टीम माहिर डाक्टरों की टीम को साथ लेकर नेत्रदान लेने की प्रक्रिया को पूरा करती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि आंखों से संबंधित किसी भी बीमारी को हलके में न लें और समय पर चैकअप करवाकर इनसे संबंधित बीमारी का इलाज करवाएं। उन्होंने लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरुक करते हुए अपील की कि वे अपने जीवन में नेत्रदान प्रणपत्र जरुर भरें।

सोसायटी के कार्यों की सराहना करते हुए एसएमओ सुनील भगत ने कहा कि आंखों के बिना इस संसार का अवलोकन करने की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आंखों की क्या एहमियत है यह नेत्रहीन ही जान सकता है और हमें उनकी पीड़ा को समझते हुए मरणोपरांत नेत्रदान प्रणपत्र जरुर भरना चाहिए। उन्होंने रोटरी आई बैंक को अस्पताल की तरफ से पूर्ण सहयोग प्रदान करने का भरोसा दिया। इस अवसर पर सचिव प्रिं. डीके शर्मा, जसवीर सिंह, राजिंदर मोदगिल, जगदीश अग्रवाल व अविनाश सूद आदि मौजूद थे।

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