होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़): जि़ला संघर्ष कमेटी का शिष्टमंडल जि़लाध्यक्ष कर्मवीर बाली की अध्यक्षता में सिविल सर्जन पवन कुमार को मिला जिसमें चेयरमैन नवल किशोर कालिया जनरल सचिव नरिन्द्र कुमार शामिल थे। इस अवसर पर कर्मवीर बाली ने कहा कि नशा छुड़ाओ केन्द्र सिविल हस्पताल में नशा करने वालों का बहुत मुश्किल से टैस्ट होने के पश्चात् दाखिल करवाया जाता है और उसके पश्चात् 9 दिन बाद नशा छुड़ाओ केन्द्र फतिहगढ़ भेजा जाता है। वहां से कुछ दिनों के बाद अभिभावकों को फोन आने शुरू हो जाते है कि अपने बच्चे को आकर मिलो।
आखिर में नशा करने वाले को अभिभावकों क सुपुर्द करके वहां से फिर घर भेज दिया जाता है, उसके बाद नशा करने वाला फिर घर आकर नशा मांगता है और पैसे मांगता है उसे फिर दाखिल करवाने के लिए पहली प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है जिसकी वजह से नशा करने वाला का कोई नशा नही छूटता। जिसके कारण ऐसे ही नशा छुड़ाओ केन्द्र सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। सरकार की वजह से नौजवान नशेड़ी बन रहे है। उनको ठीक करना सरकार की जि़म्मेदारी है। नशे करने वाला का व्यवहार जेल में बन्द कैदी जैसा किया जाये, जब तक वो ठीक नही हो जाता। इस अवसर पर सिविल सर्जन साहिब ने कहा कि आज ही निर्देष जारी कर दिये जायेंगे जब तक नशा करने वाला ठीक नही होता तब तक वो नशा छुड़ाओं केन्द्र में ही रहेगा।