लॉरेंस-रिन्दा गैंग का पर्दाफाश करने के उपरांत पंजाब पुलिस ने गिरोह के 13 अन्य साथियों को किया गिरफ़्तार

चंडीगढ़/जालंधर, (द स्टैलर न्यूज़)। गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और हरविन्दर रिन्दा से सम्बन्धित अंतर-राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने के थोड़े दिनों बाद पंजाब पुलिस द्वारा इस गिरोह के 9 शार्पशूटरों समेत 13 अन्य साथियों को गिरफ़्तार किया गया है। यह जानकारी आज यहाँ इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (आईजीपी) हैडक्वार्टरज़ सुखचैन सिंह गिल ने दी। जालंधर ग्रामीण पुलिस ने विशेष टीमों के नेतृत्व में दो हफ़्तों तक चले ऑपरेशन के उपरांत इन मुलजि़मों को काबू किया।  

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पकड़े गए व्यक्तियों की पहचान तरन तारन से अवतार उर्फ मंगल, जोबनप्रीत, अकाशदीप, हरप्रीत उर्फ काका, अर्शदीप, लवजीत और रेशम उर्फ बाऊ; फिऱोज़पुर से गुरप्रीत उर्फ घुमा शूटर, बॉबी उर्फ बाबा और सोनू उर्फ पुला; जालंधर से गुरप्रीत उर्फ गोपी और हरमन कलसी; कपूरथला से बलविन्दर उर्फ बिल्ला के तौर पर हुई है। पुलिस ने इनके कब्ज़े से 13 आधुनिक हथियार और 18 कारतूस भी बरामद किए हैं।  

आईजीपी ने बताया कि 29 जून, 2022 को इस गिरोह के 11 सदस्यों की गिरफ़्तारी के बाद जालंधर ग्रामीण पुलिस इस गिरोह के बाकी साथियों को गिरफ़्तार करने के लिए कुछ सुरागों पर काम कर रही थी। उन्होंने बताया कि गिरफ़्तार किए गए सभी व्यक्ति आपराधिक पृष्टभूमि वाले हैं और इनके खि़लाफ़ लुधियाना, अमृतसर, फिऱोज़पुर, तरन तारन, जालंधर, खन्ना, मोहाली और पटियाला समेत अन्य जिलों में घृणित आपराधिक मामले दर्ज हैं।  

उन्होंने कहा कि यह गिरोह पिछले चार सालों से पंजाब के काफ़ी जिलों में सक्रिय है और गिरफ़्तार किए गए अपराधी कत्ल, हथियारबंद डकैती, संगठित फिरौती और हाईवे डकैती समेत अन्य कई अपराधों में शामिल थे। आईजीपी सुखचैन गिल ने कहा कि इस गिरोह का पर्दाफाश करने के बाद पंजाब पुलिस ने कम-से-कम पाँच कत्ल और सात हथियारबंद डकैतियों को नाकाम किया है।  

एसएसपी जालंधर ग्रामीण स्वप्न शर्मा ने बताया कि प्राथमिक जांच के अनुसार इस गिरोह को घुमा और गोपी द्वारा चलाया जा रहा था। यह दोनों माक्र्स उर्फ मस्सा के साथी थे, जो जग्गू भगवानपुरिया और लॉरेंस बिश्नोई के निर्देशों पर काम कर रहा था। फिऱोज़पुर का निवासी मस्सा 18 आपराधिक मामलों के कारण जेल में बंद है। पकड़े गए व्यक्तियों के बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी ने बताया कि गुरप्रीत गोपी और जोबनप्रीत, जिनके विरुद्ध सात आपराधिक मामले दर्ज हैं, बम्बीहा-पिन्दा गिरोह के तीन सदस्यों का कत्ल करने की योजना बना रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि इस सम्बन्ध में रेकी भी की जा चुकी थी और मध्य प्रदेश से एक हथियार सप्लायर से हथियार भी मंगवाए गए थे।  

उन्होंने बताया कि रेशम उर्फ बायो और गुरप्रीत उर्फ घुमा शूटर, जिनके खि़लाफ़ भी सात आपराधिक मामले दर्ज हैं, अपने कट्टर विरोधी बम्बीहा-गौंडर गैंग के दो व्यक्तियों का कत्ल करने की योजना बना रहे थे।   जि़क्रयोग्य है कि पुलिस अब उन व्यक्तियों की पहचान करने और उनको पकडऩे के लिए काम कर रही है, जिन्होंने मुलजि़मों को पनाह, वित्तीय और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की थी। इसके अलावा मध्य प्रदेश से हथियारों के सप्लायरों को गिरफ़्तार करने के लिए कोशिशें जारी हैं। आने वाले समय में इस मामले में और गिरफ़्तारियाँ होने की संभावना है।  

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