मुख्यमंत्री ने लड़कियों के लिए दिया राखी का तोहफ़ा, आंगनवाड़ी वर्करों के छह हज़ार पद भरने का ऐलान


बाबा बकाला (अमृतसर) (द स्टैलर न्यूज़)। राज्य की लड़कियों के लिए राखी के तोहफ़े का ऐलान करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शुक्रवार को आंगनवाड़ी वर्करों के छह हज़ार पद भरने का ऐलान किया, जो पूरी तरह से मेरिट के आधार पर पारदर्शी ढंग से भरे जाएंगे। यहाँ रक्खड़ पुण्या के मौके पर करवाए समारोह के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया को 45 दिनों में मुकम्मल करने की तैयारी की गई है। उन्होंने कहा कि समूची भर्ती प्रक्रिया मेरिट के आधार पर पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से पूरी की जाएगी, जिसके लिए कार्यप्रणाली बनाई जा रही है। भगवंत मान ने कहा कि इनके अलावा पंजाब पुलिस में हाल ही में 4300 पद भरे गए हैं और चुने गए उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र आने वाले दिनों में दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने दृढ़ता से कहा कि राज्य सरकार पढ़े-लिखे नौजवानों के विदेशों को जाने के रुझान को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नौजवानों के लिए सरकारी और प्राईवेट क्षेत्र में रोजग़ार के और अवसर पैदा किए जा रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार इस मंतव्य की पूर्ति के लिए दिन-रात काम कर रही है।

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शिरोमणि अकाली दल और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों पार्टियों के पंजाब विरोधी स्टैंड के कारण राज्य के लोगों ने इन पार्टियों से मुँह मोड़ा। उन्होंने कहा कि इन पार्टियों ने राज्य के खजाने को बेरहमी से लूटा, जिस कारण लोग उनसे खफ़़ा हैं। भगवंत मान ने कहा कि लोगों द्वारा नकारे गए इन नेताओं को अब लोगों में जाने की हिम्मत नहीं करनी चाहिए। यहाँ तक कि उनको अब यहाँ कॉन्फ्रेंसें भी नहीं करनी चाहीए। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नेता अपने महलों की ऊँची दीवारों के अंदर रहे और कभी भी आम आदमी की परवाह नहीं की। उन्होंने कहा कि सत्ता के लोभी इन नेताओं ने सिफऱ् ‘हवाई किले’ ही बनाए और जनता के पैसे की बेरहमी से लूट की। भगवंत मान ने कहा कि इसके नतीजे के तौर पर लोगों ने इन नेताओं को राजनीतिक गुमनामी में धकेल दिया है।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि जब उनके पास फाइलें आती हैं तो इन फाइलों के द्वारा इन नेताओं के कार्यकाल के दौरान राज्य की हुई दयनीय स्थिति को देखकर उनका मन बहुत उदास और दुखी होता है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने लोगों के कल्याण की तरफ ध्यान देने की बजाय सिफऱ् ग़ैर-कानूनी ढंग से पैसा इक_ा करने पर ज़ोर दिया। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे गुनाहों के लिए दोषी नेताओं के विरुद्ध शिकंजा कसने के लिए बारीकी से जाँच-पड़ताल कर रही है।  मुख्यमंत्री ने तंज कसते हुए कहा कि इन नेताओं ने अपने कार्यकाल के दौरान जेलों की हालत सुधारने की ओर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अब इनके बुरे काम इनको किसी भी समय जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा सकते हैं, इसलिए यह नेता अब सरकार को जेलों के कल्याण की तरफ ध्यान देने के लिए अपीलें कर रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि पंजाब को लूटने वालों को सलाखों के पीछे डालने के लिए राज्य सरकार कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।


मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि इन नेताओं के पास नकली नोट छापने के लिए कोई प्रिंटिंग मशीन नहीं थी, परन्तु इन्होंने टैक्स भरने वालों की धन-दौलत लूटकर आलीशान महल बना लिए। उन्होंने कहा कि ग़ैर- कानूनी और घृणित तरीकों से यह लोग तो अमीर बन गए, परन्तु लोगों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित कर दिया। भगवंत मान ने कहा कि राज्य की आम आदमी की सरकार जनता के एक-एक पैसे के सही प्रयोग को सुनिश्चित बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने अपनी अय्याशी के लिए केंद्र से मिले फंडों का दुरुपयोग किया, जिस कारण केंद्र सरकार राज्य के बनते अधिकार के बावजूद फंड जारी नहीं कर रही। भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार से इस मुद्दे को विचारा, जिसके बाद राज्य के लिए 1760 करोड़ रुपए जारी किए गए, जो सिफऱ् लोगों के कल्याण पर ख़र्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी और अकाली नेता अपने आला कमान या कारोबारी मित्रों को मिलने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में जाते थे, जबकि हम वहाँ राज्य के हितों की रक्षा के लिए जाते हैं।  


राज्य के बहुमूल्य पानी और वातावरण को बचाने के लिए लोगों के सहयोग की माँग करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि फ़सलीय विभिन्नता को अपनाना समय की मुख्य ज़रूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पहले ही इसको बड़े स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है और अब समय आ गया है कि हम सभी को इसके लिए एकजुट होकर आगे बढऩा चाहिए। भगवंत मान ने किसानों को धान की पराली को आग लगाने से गुरेज़ करने की भी अपील की, क्योंकि इससे राज्य के वातावरण को गंभीर ख़तरा पैदा होता है।  मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले पाँच सालों में 16 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे, जिससे मेडिकल कॉलेजों की कुल संख्या 25 हो जाएगी और इससे पंजाब चिकित्सा शिक्षा का केंद्र बन जाएगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा हासिल करने के इच्छुक विद्यार्थियों को अब युक्रेन जैसे देशों में नहीं जाना पड़ेगा, क्योंकि इन मेडिकल कॉलेजों में उनको मानक चिकित्सा शिक्षा मुहैया करवाई जाएगी। भगवंत मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने इस तरफ़ कोई ध्यान नहीं दिया, परन्तु उनकी सरकार का ध्यान हर जि़ले में मेडिकल कॉलेज बनाने की तरफ है।  


मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने आगामी खरीद सीजन के दौरान धान की निर्बाध खरीद को सुनिश्चित बनाने के लिए पुख़्ता प्रबंध किए हैं। उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों से पंजाब में धान की ढुलाई रोकने पर विशेष चौकसी रखी जाएगी, जिसके लिए नई पहल की जा रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि किसानों को अपनी फ़सल बेचने में कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।  मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सीमावर्ती क्षेत्र के विकास पर ज़ोर दे रही है। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर जि़ले के कलानौर के लिए पहले ही एक कृषि कॉलेज मंज़ूर हो चुका है। इसी तरह भगवंत मान ने कहा कि स्थानीय सिविल अस्पताल के साथ-साथ बाबा बकाला में आई.टी.आई. का स्तर भी ऊँचा उठाया जाएगा।  इससे पहले स्थानीय विधायक दलबीर सिंह टौंग ने मुख्यमंत्री और अन्य शख्सियतों का स्वागत किया। समारोह के दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ. इन्दरबीर सिंह निज्जर, कुलदीप सिंह धालीवाल, लाल चंद कटारूचक्क और हरभजन सिंह ई.टी.ओ. के अलावा विधायक सरवन सिंह धुन, शैरी कलसी, डॉ. अजय गुप्ता, जसबीर सिंह संधू, जसविन्दर सिंह रामदास, अमरपाल सिंह, डॉ. कश्मीर सिंह सोहल और अन्य उपस्थित थे।  

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