होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। पंजाब का माहौल खराब करने की कोशिशों में लगी अलगाववादी ताकतें और मानवता के दुश्मन हिन्दु समाज को कमज़ोर समझने की गल्ती न करे। देश, धर्म और समाज की रक्षा के लिए हिन्दुओं ने शस्त्र उठाये हैं और शहादतों का जाम पिया है। उक्त विचार एक मीटिंग के दौरान नई सोच वेलफेयर सोसायटी के संस्थापक अध्यक्ष अशवनी गैंद एवं पूर्व पार्षद सुरेश भाटिया (बिट्टु) जी ने कहे। उन्होने कहा कि कल अमृतसर शहर में हिन्दु नेता सुधीर सूरी का सरेआम पुलिस की मौजूदगी में कत्ल होना कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन की अनगेली पर सवाल उठाता है और पंजाब सरकार जो कि अलगाववादी ताकतों को बढ़ावा देती नज़र आ रही है क्योंकि पंजाब वासियों ने सन 1980-85 के दिनों में जो काले दिन देखे हैं अभी तक उन को भूले नहीं हैं।
उन दिनों माताओं ने अपने जवान बेटों और औरतों ने अपने सुहाग खोये थे, वैसे ही काले दिनों की शुरुआत होने का अंदेशा नजर आने लगा है। भाटिया एवं गैंद ने कहा कि पंजाब में अलगाववादी ताकतें हिन्दु-सिख भाईचारे को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं क्योंकि हिन्दु-सिख का रिश्ता नाखुन और मास की तरह मजबूत है और इस में दरार डाल कर ही पंजाब का माहौल पहले खराब किया गया था और इसी की शुरुआत करने का खेल अलगाववादी ताकतें करने लगी हैं और पंजाब सरकार मूक दर्शक बन तमाशा देख रही है। संस्था देश के प्रधानमंत्री जी से अपील करती है कि अमृतसर हत्याकांड की जांच सी.बी.आई से करवा कर सही तथ्य जानने का प्रयास करे और पंजाब को आतंकवाद के दौर में जाने से बचायें। इस अवसर पर अजय जोशी, शरद सूद, अमन सेठी, पंकज बग्गा, मनदीप खुल्लर, कपिल अग्रवाल, सुभाष नैय्यर, अवतार सिंह सिंगरीवाला, जतिन्द्र शर्मा, नीरज गैंद, राजेश शर्मा, सोनू जट्ट, विक्की अटवाल, रकेश कुमार आदि उपस्थित थे।