कृषि को लाभकारी उद्यम बनाने के लिए मूल्य संवर्धन और मूल्य निर्माण समय की जरूरत: सरारी

चंडीगढ़, (द स्टैलर न्यूज़)। सीआईआई एग्रो टेक इंडिया के 15वें संस्करण का सोमवार को समापन हो गया। चार दिवसीय प्रीमियर एग्री एंड फूड टेक्नोलॉजी फेयर के समापन सत्र का मुख्य संदेश यह था कि खेती पंजाब के लोगों के लिए एक परंपरा और जुनून है। अनुसंधान की शक्ति को भी उसका उचित महत्व दिए जाने की आवश्यकता है। सत्र के मुख्य अतिथि माननीय खाद्य प्रसंस्करण एवं बागवानी मंत्री फौजा सिंह सारारी ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने कृषि को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। नीतिगत सुधारों के साथ-साथ जमीनी स्तर पर नवाचार और तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है।
एग्रो टेक इंडिया 2022 की सफल मेजबानी पर सीआईआई को बधाई देते हुए, सारारी ने कहा कि किसानों और उद्योग को एक मंच पर लाया गया है और इससे कई प्रकार के नए अवसरों के द्वार खुले हैं।

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उन्होंने कृषि और उद्योग के आपसी महत्व को रेखांकित किया, क्योंकि इससे उद्योगों को मूल्य निर्माण के साथ-साथ मूल्यवर्धन में मदद मिलती है। जोकि किसानों और उद्योगपतियों दोनों के लिए पारस्परिक रूप से लाभकारी साबित होते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब चावल उत्पादन में 11.78 प्रतिशत और गेहूँ उत्पादन में 17.57 प्रतिशत योगदान देकर देश की खाद्य सुरक्षा में एक प्रमुख भूमिका निभाता है, इसलिए पंजाब के किसानों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए उचित मुआवजा देने की आवश्यकता है। एग्रो टेक इंडिया का एक प्रमुख उद्देश्य सरकार की कृषि योजनाओं जैसे एआईएफ (कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड) के बारे में जागरूकता पैदा करना है, पंजाब इस योजना के कार्यान्वयन में आगे बढ़ रहा है, जिसने अक्टूबर 2022 तक 1800 करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित किया है।

पंजाब सरकार की पहल के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि पंजाब धान की सीधी बुवाई (डीएसआर) को प्रोत्साहन राशि देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है, जोकि परंपरागत तरीके की तुलना में 20 प्रतिशत पानी बचाने में सहायक है। सीआईआई ने किसान को प्रासंगिक जानकारी देने के लिए छलनी के रूप में काम किया है। हमें केवल सफेदपोश नौकरी चाहने वाले शिक्षित युवाओं की संस्कृति के रूझान को कम करने की जरूरत है। युवाओं को यह सीखने की जरूरत है कि कैसे रोजगार सृजनकर्ता भी बनें। इस मंच से 16-19 नवंबर, 2024 तक सीआईआई एग्रो टेक इंडिया 2024 की तारीखों की भी घोषणा की गई। इस अवसर पर राजीव कैला, अध्यक्ष, सीआईआई चंडीगढ़ (यूटी) और निदेशक, मार्केटिंग, कैला इंजीनियरिंग प्राईवेट लिमिटेड और बागवानी विभाग की डायरैक्टर शैलइंदर कौर ने सभी मंत्रालयों, हितधारकों, मेजबान राज्यों पंजाब और हरियाणा के साथ-साथ भागीदार राज्य जम्मू-कश्मीर  को धन्यवाद किया।

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