होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। भाजपा नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री के कार्यालय से जारी हुए प्रेस नोट में मुख्यमंत्री भगवंत मान को नौसिखिया बताते हुए कहा कि आई.पी.एस अधिकारी कुलदीप सिंह चाहल एस.एस.पी चंडीगढ़ के बारे में पिछले दिनों जो विवाद सामने आया था, उसमें भगवंत मान ने वेबजह ही माननीय राज्यपाल के संवैधानिक पद पर कीचड़ उछाला। दरासल भगवंत मान का अफसरों से तालमेल न होने के कारण सरकार को हास्यास्पद स्थिति का सामना करना पड़ा। भगवंत मान ने बिना सोच विचार के राज्यपाल को एस.एस.पी चाहल का डेपुटेशन खत्म करने के आदेशों को लेकर कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की थी , परंतु राज्यपाल के जवाब से पासा पलट गया तथा भगवंत मान को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
सूद ने कहा कि कानून तथा तथा स्थापित परंपराओं के अनुसार गवर्नर ने एस.एस.पी चहल का डेपुटेशन खत्म करने पर पंजाब सरकार के अधिकारियों से तीन आई.पी.एस अधिकारियों का पैनल मांगा था. पैनल ना देने के कारण गवर्नर ने एस.एस.पी चंडीगढ़ का डेपुटेशन कैंसिल करके उसका चार्ज चंडीगढ़ स्थित एस.एस.पी ट्रैफिक को दे दिया जो की पूरी तरह विधिसंगत था। उन्होंने कहा कि भगवंत मान ने न केवल गवर्नर द्व्रारा पैनल मांगने के तत्य को छुपाया परन्तु बदनीति से गवर्नर जैसे सांविधानिक पद पर पंजाब के हितों को नुकसान पहुंचने जैसे वेबजह कीचड़ उछालने का काम किया जोकि अति निंदनीय हैं।