कपूरथला(द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: गौरव मढिय़ा। हैरिटेज शहर में अवैध शराब की बिक्री किस चरम पर है,ये बात किसी से छिपी नहीं है। आबकारी विभाग की लापरवाही और नेताओ के संरक्षण में अवैध शराब माफिया की मिलीभगत से अवैध रूप से शराब की बिक्री जोरों पर चल रही है,जिसमें पुलिस की भी मौन स्वीकृति रहती है। शहर के लगभग सभी वार्डों, गली, मोहल्लों में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। अवैध शराब के कारोबारियों का सम्राज्य शहर की कई गलियों तक फैला पसरा हुआ है जो बिना भय व बिना रोक टोक के शराब बेचने का काम कर रहे हैं यह लोग हर जगह पर अपने गुर्गों को बैठाकर शराब बेचने का अवैध कारोबार क्षेत्र में धड़ल्ले से करा रहे हैं। नगर की गलियों में चारो तरफ अवैध शराब बिक्री के चलन ने जोर पकडा है,इसके बावजूद स्थानीय पुलिस का अमला व आबकारी पुलिस का मौन रहना व् इका दुक्का करवाई करना इनके कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खडा करता है । इस सबंधी अवैध शराब बिक्री से परेशान शराब ठेकेदार रमन शर्मा ने पत्रकारो से बातचीत करते हुए बताया कि 133 करोड़ रुपए सरकारी फ़ीस देने के बावजूद भी अवैध शराब के कारोबार को पंजाब सरकार रोकने में नाकामयाब साबित हुई है।
रमन शर्मा ने आरोप लगाया कि शहर में कुछ जगहों पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। इसके कारण लाइसेंस धारक शराब ठेकेदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब बेचने वाले लोग सस्ते दामों पर लोगों को घटिया शराब दे रहे हैं। वहीं सस्ते दामों पर शराब दिए जाने के कारण करोडो खर्च करके ठेका लेने वाले ठेकेदार को भी खासा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए अवैध रूप से शराब बेचने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए,ताकि अवैध शराब बिक्री पर अंकुश लगाया जा सके। आबकारी विभाग नगर समेत आसपास के गावों में छापामार कार्यवाही करने आते तो जरूर हैं लेकिन इनके आने से पहले शराब माफिया के सूत्र सर्तक हो जाते हैं और वह सभी को सावधान कर देते हैं जिससे कभी भी नाजायज़ शराब बिक्री करने वालो पर कार्यवाही नहीं होती है क्या पुलिस के बीच में कोई गुप्तचर है जो शराब माफिया के इशारों पर जानकारी देता है या फिर शराब माफिया ने पुलिस पर भी तीसरी आंख लगा रखी है।
इस संबंधी एक्साइस इंस्पैक्टर कपूरथला रण बहादुर से चर्चा की गयी तो उन्होंने बताया की नाजायज़ शराब माफिया व लाहन बेचने वालो पर हमारा विभाग पहले से ही बहुत सख्त है मेरे द्वारा आये दिन गांव व् शहरों में नाजायज़ शराब माफिया व लाहन बिक्री करने वालो को पकडक़र पुलिस केस बनाकर सलाखों के पीछे भेजा जाता है अब हमारी तरफ से टीम बनाकर युद्धस्तर पर नाजायज़ शराब माफिया का सफाया किया जाएगा।