रोटरी आई बैंक ने चंडीगढ़ मार्ग पर स्थित एक प्राइवेट अस्पताल के खिलाफ मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। रोटरी आई बैंक एवं कार्निया ट्रांसप्लांट सोसायटी की तरफ से मुख्यमंत्री को एक शिकायत पत्र भेजकर होशियारपुर-चंडीगढ़ मार्ग पर राम कालोनी कैंप के समीप स्थित एक प्राइवेट अस्पताल द्वारा नेत्रदान लेने दौरान सहयोग न किए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए कार्यवाही की मांग की है। इस संबंधी जानकारी देते हुए रोटरी आई बैंक के चेयरमैन जेबी बहल ने बताया कि उक्त अस्पताल में किसी की मृत्यु के बाद उसकी इच्छुनुसार अपने पारिवारिक सदस्य उनके नेत्रदान करना चाहते हैं तो उसकी सूचना मिलने पर रोटरी की टीम वहां पहुंची है।

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नेत्रदान लेने दौरान अस्पताल प्रबंधकों द्वारा नहीं किया जाता सहयोग, नेत्रदान लेने आई डाक्टरों की टीम का सम्मान करना भी नहीं समझते जरुरी

इसके साथ ही संकारा आई अस्पताल लुधियाना की टीम भी साथ होती है। लेकिन दुख की बात है कि उक्त अस्पताल प्रबंधकों द्वारा इस नेक कार्य में कोई सहयोग नहीं किया जाता तथा रोटरी आई बैंक एवं डाक्टरों की टीम के साथ इस प्रकार व्यवहार किया जाता है जैसे उन्होंने कोई गुनाह ही कर दिया है। जबकि एक नेत्रदानी के आंखें दो लोगों की जिंदगी में रोशनी भरती हैं। इस बारे में अस्पताल प्रबंधकों को बताए जाने के बावजूद भी उनका नकारात्मक रवैया इस कार्य में अड़चन पैदा कर रहा है। इतना ही नहीं संकारा आई अस्पातल से आई टीम को सम्मान देना भी जरुरी नहीं समझा जाता व टीम को काफी देर तक बाहर ही बैठने को कहा जाता है।

श्री बहल ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसा दो बार हो चुका है तथा अगर उक्त अस्पताल का ऐसा ही रवैया रहा तो सरकार द्वारा शुरु किए कार्निया ब्लाइंडनैस फ्री पंजाब का सपना कैसे पूरा होगा यह भी सवाल है। उन्होंने बताया कि दोनों बार ही टीम को शव गृह में आंखें लेने से मना कर दिया गया और मजबूरन टीम को एम्बुलैंस में आंखें लेने को विवश होना पड़ा। जबकि अगर अस्पताल में आंखें दान ली जा रही हैं तो उस प्रक्रिया को नैशनल प्रोग्राम आफ ब्लाइंडनैस कंट्रोल आफ इंडिया की गाइडलाइसं के तहत शव गृह में ही पूरा करना होता है।

उन्होंने बताया कि उन्होंने इस बाबत मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, प्रिंसिपल सचिव, डायरैक्टर हैल्थ, जिलाधीश होशियारपुर तथा सिविल सर्जन को शिकायत देते हुए उक्त अस्पताल प्रबंधकों के रवैये से अवगत करवाते हुए कार्यवाही की मांग की है ताकि भविष्य में अगर रोटरी आई बैंक व डाक्टरों की टीम किसी की इच्छनुसार नेत्रदान लेने जाए तो परेशानी का सामना न करना पड़े।

इस मौके पर प्रमुख समाज सेवी व सोसायटी के प्रधान संजीव अरोड़ा ने उक्त अस्पताल प्रबंधकों के व्यवहार को दुखद बताते हुए कहा कि नेत्रदान मुहिम को हर व्यक्ति द्वारा आज सहयोग किया जा रहा है तथा यह वह कार्य है जो मरणोपरांत किया जाना होता है। ऐसे में यह कार्य करने वाले के प्रति वैसे ही सम्मान और बढ़ जाता है कि वह मरने के बाद भी किसी के काम आ रहा है।

श्री अरोड़ा ने बताया कि सोसायटी द्वारा अब तक 3700 से अधिक लोगों को रोशनी प्रदान करवाई जा चुकी है तथा आज तक उन्हें कभी किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। लेकिन उक्त अस्पताल जोकि खुद भी समाज सेवी कार्यों को करता रहता है का नेत्रदान के प्रति उदासीनता रवैया समझ से परे है। ऐसे में यह कहना भी गलत नहीं होगा कि अस्पताल प्रबंधकों द्वारा समाज सेवा के नाम पर सिर्फ दुकानदारी को चमकाया जा रहा है। इसलिए सोसायटी को मजबूर होकर मुख्यमंत्री व अन्य अधिकारियों को शिकायत देकर कार्यवाही की मांग की गई है।

इस दौरान सिविल सर्जन डा. प्रीत महिंदर सिंह ने सोसायटी पदाधिकारियों को कहा कि वह इस संबंधी बनती कार्यवाही को अमल में लाएंगे ताकि आगे से नेत्रदान लेने दौरान किसी तरह की परेशानी न हो। इस मौके पर कुलदीप राय गुप्ता, मदन लाल महाजन व राजेन्द्र मोदगिल भी मौजूद थे।

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