अमृतसर(द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब में आतंकवाद का धूमकेतु बनकर आया अमृतपाल अपने आप ही कह रहा है कि वह हिंदुस्तानी नहींं अगर वह हिंदुस्तानी नहीं तो उसे हमारे देश में आकर जलसे जलूस करने, अन्य धार्मिक कार्यों के नाम पर जनता को भडक़ाने तथा पंजाब में अशांति फैलाने का क्या अधिकार है। पहले तो भारत सरकार से जांच करवाए कि इसका असली रूप क्या है। भारत में आने से पहले दुबई में यह क्या करता था। किस धर्म से संबंधित है और अब किस देशी विदेशी भारत विरोधी एजेंसी के इशारों पर यह हिंदुस्तान में अशांति फैला रहा है। लोगों को लड़ा रहा है।
यह तो ठीक है कि अजनाला में 23 फरवरी को जो कुछ हुआ उसमें सरकार की किरकिरी तो बुरी तरह हुई, पर जिला पुलिस ने हालात बिगडऩे से बचा लिए, लेकिन उस व्यक्ति को देश में क्यों रखा जाए जो कहता है वह इस देश का नहीं, यह उत्तर पंजाब सरकार और भारत सरकार दोनों को देना होगा। यह बहुत अच्छा है कि पंजाब के सभी धार्मिक एवं राजनैतिक नेता एक स्वर से अमृतपाल के धर्म विरोधी, देश विरोधी कार्यों की निंदा कर रहे हैं, पर केवल निंदा करना ही पर्याप्त नहीं। इसे कानून के घेरे में क्यों न लिया जाए और इसे भारत से बाहर क्यों न भेजा जाए। भारत सरकार से भी प्रार्थना है कि ऐसा व्यक्ति जो खुद कह रहा है कि वह हिंदुस्तानी नहीं उसे नियंत्रित करे और कानूनी कार्यवाही करके जहां से आया है वहां भेजे।