आंखों की संभाल करें और मरणोपरांत दान का संकल्प बदल सकता है कई लोगों की जिंदगी: संजीव अरोड़ा

होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़)। आंखें हमारे शरीर का अनमोल अंग हैं तथा इनकी संभाल सबसे जरुरी होती है। क्योंकि, इनके बिना खुशहाल जिंदगी की कल्पना भी मुश्किल है। इसलिए आंखों से जुड़ी हर समस्या को हलके में न लें तथा जरा सी भी समस्या होने पर तुरंत डाक्टर से परामर्श करें। इसके साथ ही मरणोपरांत नेत्रदान का संकल्प लें, क्योंकि आपके इस संकल्प से कई लोगों की जिंदगी रोशनी से भर सकती है। उक्त विचार रोटरी आई बैंक एवं कार्निया ट्रांसप्लांटेशन सोसायटी के अध्यक्ष प्रमुख समाज सेवी संजीव अरोड़ा ने हिमाचल प्रदेश के गांव नारी निवासी सीमा रानी को नई आंख लगवाने उपरांत उनकी आंखों की पट्टी खोलने दौरान व्यक्त किए। श्री अरोड़ा ने क

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हा कि सीमा रानी संबंधी सोसायटी को जानकारी मिली थी कि कार्निया ब्लाइंडनैस के कारण वह देखने में असमर्थ हो गई थीं तथा सोसायटी ने इन्हें एक आंख डलवाकर इन्हें पुन: देखने काबिल बनाकर सोसायटी लक्ष्य की पूर्ति में एक कदम और बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारे शास्त्रों में कन्यादान एवं अन्नदान का महत्व है उसी प्रकार आज के समय में नेत्रदान भी हमारी संस्कृति का अभिन्न अंग बन रहा है। जिसके प्रति सोसायटी द्वारा जागरुकता फैलाई जा रही है। उन्होंने सीमा रानी से आह्वान किया कि वह अपने गांव एवं आसपास के गांवों में नेत्रदान के प्रति लोगों को जागरुक करें तथा उन्हें समझाएं कि यही एकमात्र दान है जो मरणोपरांत करना होता है।

इस अवसर पर जेबी बहल ने बताया कि पंजाब के साथ-साथ अब हिमाचल प्रदेश में भी लोगों में नेत्रदान के प्रति काफी जागरुकता आई है तथा वहां भी कार्निया ब्लाइंडनैस को खत्म करने के लिए लोगों का सहयोग मिलना एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि इस दान के प्रति जागरुकता से ही कार्निया ब्लाइंडनैस को दूर किया जा सकता है। इस अवसर पर प्रिं. डीके शर्मा, कुलदीप राय गुप्ता, मदन लाल महाजन, राजेन्द्र मोदगिल, जसवीर सिंह आदि मौजूद थे।

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