होशियारपुर, (द स्टैलर न्यूज़)। विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर “टाइम टू डिलीवर जीरो मलेरिया: इन्वेस्ट, इनोवेट, इम्प्लीमेंट” विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार की अध्यक्षता एवं जिला ऐपीडिमोलाॅजिस्ट डा.जगदीप सिंह के नेतृत्व में कार्यालय सिविल सर्जन के ट्रेनिंग हाल में आयोजित किया गया।इस अवसर पर जागरूकता सामग्री का भी विमोचन किया गया।
वर्कशॉप को संबोधित करते हुए सिविल सर्जन डॉ.बलविंदर कुमार ने कहा कि मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि मच्छरों के प्रजनन को रोका जाए और उनके काटने से बचा जाए। इसलिए जरूरी है कि मच्छर पैदा करने वाली परिस्थितियों को खत्म किया जाए। लोगों को इसके फैलने के कारणों, बचाव सावधानियों और इसके लक्षणों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। इसको लेकर जागरूकता व रोकथाम की गतिविधियां अभी से शुरू कर दी जाएं, ताकि मलेरिया पर काबू पाया जा सके। उन्होंने कहा कि मलेरिया मुक्त समाज बनाने के लिए सबकी भागीदारी जरूरी है तभी 2025 तक पंजाब को मलेरिया मुक्त राज्य बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। वर्कशॉप के दौरान डॉ.जगदीप सिंह ने जानकारी साझा करते हुए कहा कि मलेरिया एक प्रकार का तेज बुखार है जो एनाफिलीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह रात को काटता है। मच्छर साफ और ठहरे हुए पानी में पैदा होते हैं, जैसे नालियों, तालाबों, आदि में रुका हुआ पानी। इसलिए जरूरी है कि खुद को मच्छरों से बचाएं। अपने आसपास की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
उन्होंने बताया कि अगर किसी को सर्दी-जुकाम के साथ बुखार, तेज बुखार और सिर दर्द, बुखार उतर जाने के बाद थकान और कमजोरी हो और शरीर से पसीना निकलने लगे तो यह मलेरिया बुखार हो सकता है। ये लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी सरकारी अस्पताल या स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर खून की जांच कराएं और डॉक्टर से सलाह लें, खुद से कोई दवा न लें।
उन्होंने कहा कि मच्छरों से बचने के लिए कपड़े ऐसे पहनें कि शरीर पूरी तरह ढका रहे। रात को सोते समय मच्छरदानी, मच्छर भगाने वाली क्रीम और तेल आदि का प्रयोग करें। अपने घरों के आसपास पानी खड़ा न होने दें। वर्कशॉप के दौरान सहायक सिविल सर्जन डॉ.पवन कुमार, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. लखवीर सिंह, जिला मास मीडिया अधिकारी प्रशोतम लाल, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी तृप्ता देवी, डिप्टी मास मीडिया अधिकारी रमनदीप कौर, जिला प्रोग्राम मैनेजर मोहम्मद आसिफ, जिला बी.सी.सी काआरडीनेटर अमनदीप सिंह ए.एम.ओ गोपाल सरूप, व एच.आइ तरसेम लाल उपस्थित थे।