अमृतसर (द स्टैलर न्यूज़)। पूर्व मंत्री व भाजपा वशिष्ठ नेता लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री ने यह अच्छा निर्णय लिया है कि जो कच्चे कर्मचारी के रूप में काम करते हुए दस वर्ष पूरे कर चुके हैं उनको रेगुलर किया जाएगा। वैसे तो एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं रहना चाहिए जिसे पिछली सरकारों ने अस्थायी तौर पर रखा, पूरा काम लेते हैं, कम वेतन देते हैं। फिर भी जितना कर रहे हैं वह प्रशंसनीय है। मेरा मुख्यमंत्री से यह विशेष आग्रह है कि पंजाब सरकार के कुछ अधिकारियों ने मिलीभगत से आउटसोर्सिंग एजेंसियां खोलकर जो कर्मचारी भर्ती किए उन्हें काम करते हुए बारह से पंद्रह वर्ष हो चुके हैं उन्हें वेतन बहुत कम मिलता है। कोई महंगाई भत्ता नहीं, कोई वार्षिक वेतन वृद्धि नहीं और उन बेचारों की किस्मत में आउटसोर्सिंग एजेंसी के मालिकों की दया पर निर्भर रहना लिखा है।
पंजाब सरकार इनकी भी खबर ले और जितने भी कर्मचारी इन एजेंसियों द्वारा शोषण का शिकार हो रहे हैं उन्हें इस शोषण से मुक्त करवाए। आउटसोर्सिंग एजेंसियां खत्म करके ये कर्मचारी सरकारी सेवा में लिए जाएं। इसके साथ ही घायलों और रोगियों की सेवा करने वाली 108 एंबुलेंस भी लगभग लावारिस है। उन्हें भी प्राइवेट एजेंसी के हाथों सौंपा गया है, जहां उनको कोई भी मानवीय सुविधा नहीं। वेतन थोड़ा है। काम के घंटे जितनी मालिकों की मर्जी। हरियाणा की तरह 108 को भी सरकार अपने नियंत्रण में, अपने साधनों से चलाए। जो रुपया आउटसोर्सिंग एजेंसी को दिया जा रहा है वह सीधे ही इन कर्मचारियों का वेतन बढ़ाकर दिया जाए। इस सरकार से यह उम्मीद की जाती है कि वर्षों से शोषण का शिकार हो रहे कच्चे कर्मचारी और आउटसोर्सिंग पर काम कर रहे कर्मचारियों को इस पीड़ा से मुक्त करवाएगी।