एक स्वस्थ माँ ही स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकती है: डॉ. सीमा गर्ग

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)।  पोषण अभियान के तहत मनाए जा रहे राष्ट्रीय पोषण सप्ताह के दौरान आज सिविल अस्पताल होशियारपुर के एमसीएच वार्ड में मास मीडिया विंग होशियारपुर की टीम ने सिविल सर्जन डॉ. बलविंदर कुमार डमाणा के दिशा-निर्देशानुसार जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.सीमा गर्ग के नेतृत्व में “स्वस्थ और किफायती भोजन सभी के लिए” थीम के तहत पोषण सप्ताह शुरूआत की गई।

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कार्यक्रम के दौरान डॉ. सीमा गर्ग ने गर्भवती एवं दूध पिलाती माताओं को उचित पोषण आहार के बारे में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन के आहार में हरी सब्जियां, दालें, दूध, मौसमी फल आदि अच्छे आहार को शामिल करना चाहिए। जिससे हमें सभी जरूरी पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में और सही मात्रा में मिल सकें। इस मौके पर उन्होंने उपस्थित महिलाओं को जागरूक मां बनने का आह्वान करते हुए कहा कि 0-6 माह के बच्चे के लिए मां का दूध बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि माताओं को अपने बच्चों को अपना दूध पिलाना चाहिए ताकि बच्चा स्वस्थ एवं प्रसन्न रह सके। स्वस्थ समाज के निर्माण में स्वस्थ मां की अहम भूमिका होती है।

 डॉ. मंजरी ने कहा कि पोषण अभियान 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के पोषण संबंधी परिणामों में सुधार लाने के लिए भारत सरकार का एक प्रमुख कार्यक्रम है, जिसका ध्यान कुपोषित/कम वजन वाले बच्चों पर है। 6 वर्ष की आयु के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार माह से 59 माह तक के बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार, 6 माह से 59 माह की आयु के बच्चों में एनीमिया की संभावना, 15 से 49 वर्ष की आयु की लड़कियों और महिलाओं में एनीमिया पर नियंत्रण, जन्म के समय कम वजन के कारण बच्चों की संख्या में सुधार करना है।

इस मौके पर डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर डॉ. तृप्ता देवी ने कहा कि जिले में इस अभियान के तहत गांवों में सब सेंटर स्तर पर एएनएम द्वारा पोषण आधारित गतिविधियां चलाई जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर जहां गर्भवती महिलाओं को आवश्यक टीकाकरण और गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए पोषण आहार के बारे में जानकारी दे रहे हैं, वहीं स्तनपान कराने वाली माताओं को उनके बच्चों के स्वास्थ्य के लिए संतुलित पोषण के बारे में बताया जा रहा है।

इस कार्यक्रम के तहत 0-6 वर्ष की आयु के बच्चों का वजन और ऊंचाई एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं द्वारा मापा जाता है ताकि बच्चे के स्वास्थ्य स्तर की जानकारी मिल सके। यदि बच्चा कुपोषण का शिकार है तो उसके समुचित विकास के लिए उचित उपाय किए जा सकते हैं।इस मौके पर डिप्टी मास मीडिया ऑफिसर रमनदीप कौर, ज़िला बी.सी.सी कोऑर्डिनेटर अमनदीप सिंह, एल.एच.वी राजविंदर कौर, ए.एन.एम हरिंदर कौर, कुलवंत कौर, मनमिंदर कौर, मल्टी पर्पस मेल हेल्थ वर्कर परविंदर कुमार भी मौजूद थे ।

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