पहाड़ का सीना फाड़ने वाले हकों के लिए सीना तान खड़े हुए

हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट: रजनीश शर्मा। टौणी देवी क्षेत्र इन दिनों एनएच निर्माण में हो रही देरी और अव्यवस्थाओं को लेकर पहले से ही सुर्खियों में है। बुधवार को वेतन न मिलने जैसे गंभीर आरोपों को लेकर एनएच निर्माण कंपनी कें मजदूरों ने भी मोर्चा खोल दिया। करीब 50 मजदूरों ने जब तक पिछला वेतन नहीं मिलता काम न करने का फैसला कर नारेबाजी की।

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चंबा जिला के एक मजदूर ने बताया कि साहब मेरी पत्नी बहुत बीमार है। उसके इलाज के लिए मुझे पैसों की सख्त जरूरत है ताकि इलाज के लिए घर भेज सकूं परंतु दिन-रात मेहनत करने के बावजूद वेतन नहीं मिल रहा है। निर्माणाधीन कंपनी के करीब चार दर्जन ऑपरेटरर्ज़, ड्राइवरों और मजदूरों ने कथित तीन-चार माह से वेतन नहीं मिलने और डराने धमकाने की आपत्तियों के चलते अपनी ही कंपनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आंदोलन कर रहे सभी लोगों ने काम करना बंद कर दिया और हड़ताल पर चले गए। इस दौरान इन लोगों ने निर्माण कंपनी के खिलाफ सड़क पर नारेबाजी भी की। 

आंदोलन कर रहे मजदूरों सुखा लाल,सुरेश कुमार, भानु पटेल, पुरुषोत्तम दास, कुलदीप कुमार, विजय कुमार, सुनील कुमार, अवतार सिंह,सिमर लाल, सतनाम सिंह,जितेंद्र, रजत, लव कुमार, अनिल कुमार, शुभम,मनदीप,और वीर सिंह इत्यादि ने  बताया कि जब कोई मजदूर वेतन के लिए आवाज उठाता है तो उल्टा उसे डराया धमकाया  जाता है। कम्पनी के अधिकारियों द्वारा कहा जाता है कि अपनी आवाज़ उठाई तो मशीनरी से  मलबे के नीचे दफन कर दिया जाएगा। उन्होंने मजदूरों को कंपनी की ओर से दिए जाने वाले घटिआ भोजन पर भी सवाल उठाए। उनका कहना है कि इस कंपनी मे वे लोग गुलाम बनकर रह गए हैं। अपने घरों को छोड़कर वे लोग सैकड़ो किमी दूर काम करने यहां आए थे  और आज हालात ऐसे बन गए हैं कि वे पाई पाई के लिए मोहताज होकर रह गए हैं। 

 उन्होंने दिन-रात  काम करके कंपनी की सेवा की है। और वेतन के लिए वह कंपनी के अधिकारियों की जी हजूरी करने के लिए मजबूर है। घर वापस जाने के लिए किराया तक भी उनके पास नहीं है।  उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी द्वारा आज तक नाही उनका ईपीएफ काटा गया है और ना ही रजिस्ट्रेशन करवाई गई है। वे डर के साए में  कम कर रहे हैं। कंपनी के अधिकारी उनका शोषण करने में जुटे हैं। इन सभी आंदोलनकारियों ने एक स्वर में कहा  कि हमें इस कंपनी में काम नहीं करना है कंपनी हमारा आजतक का हिसाब कर दे ताकि हम  अपने घर वापस जा सके।

इस बारे सूर्य कंपनी के एच आर हेड रजनीश ने बताया कि आंदोलन कर रहे लोग हमारे पंजीकृत कर्मचारी नहीं है। इन लोगों ने वेतन संबंधी जरूरी दस्तावेज कंपनी के पास जमा नहीं करवाए हैं। जिस कारण वेतन देने में देरी हुई है। इनका वेतन जल्द ही दिया जा रहा है।

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