पौष्टिक भोजन ही मनुष्य के जीवन का आधार: ब्रम शंकर जिंपा

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़), रिपोर्ट- गुरजीत सोनू। कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिंपा ने कहा कि पौष्टिक भोजन ही मनुष्य के जीवन का आधार है लेकिन आज हम भोजन की पौष्टिकता की महत्ता को भूलकर गैर-पारंपरिक भोजन के प्रति आर्कषित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मां के दूध व ऊपरी खुराक सही समय पर दें व बच्चों की खुराक देते समय पौष्टिक गुणवत्ता वाले तत्वों को शामिल करें। वे आज स्वामी सर्वानंद गिरी रिजनल सैंटर पंजाब यूनिवर्सिटी होशियारपुर में सामाजिक सुरक्षा, महिला व बाल विकास विभाग की ओर से आयोजित पोषण माह 2023 के अंतर्गत आयोजित जिला स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ उनकी धर्मपत्नी विभा शर्मा, मेयर सुरिंदर कुमार, सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीन सैनी, डिप्टी मेयर रंजीता चौधरी भी मौजूद थे।

Advertisements

स्वामी सर्वानंद गिरी रिजनल सैंटर में आयोजित समागम में 21 गर्भवती महिलाओं को संतुलित आहार की खाद्य टोकरियां व किशोरियों को सैनेटरी पैड किए भेंट

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि पोषण संबंधी जागरुकता के साथ ही बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सकता है। उन्होंने गर्भवती महिलाओं के लिए पौष्टिक आहार की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि स्वस्थ बच्चों के साथ ही हम मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के ‘रंगले पंजाब’ के सपने को साकार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कुपोषण का शिकार हो चुके बच्चों की समय पर पहचान कर उनकी विशेष तौर पर देखभाल कर ही इस मिशन को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को पौष्टिक आहार खिलाकर ही एक तंदुरु स्त समाज की नींव रखी जा सकती है। मुख्य मेहमान की ओर से इस दौरान 21 गर्भवती महिलाओं की गोद भराई संतुलित आहार की खाद्य टोकरियां देकर की गई। इसके साथ ही 6 माह की आयु वाले बच्चों को मां के दूध के अलावा ऊपरी खुराक(अन्न प्राशण) करवाया गया। निजी साफ सफाई, माहवारी स्वच्छता प्रबंधन की महत्ता के बारे में जागरुक करने के लिए 21 किशोरियों को सैनेटरी पैड्ज भी वितरित किए गए। कार्यक्रम के संचालन में स्वामी सर्वानंद गिरी रिजनल सैंटर के एन.एस.एस यूनिट की ओर से विशेष भूमिका निभाई गई।

इससे पहले मुख्य मेहमान कैबिनेट मंत्री ब्रम शंकर जिंपा ने सामाजिक सुरक्षा महिला व बाल विकास विभाग की ओर से लगाई गई अलग-अलग विषयों संबंधी जिसमें संतुलित खुराक, कम कीमत वाली स्थानीय पौष्टिक सब्जियां, बच्चों के पोषण के स्तर पर की जांच करने के लिए ग्रोथ मानिटरिंग(लंबाई व भार) की महत्ता, अनीमिया की रोकथाम संबंधी जागरुकता, अनीमिया की टैस्टिंग, कृषि विज्ञान केंद्र बाहोवाल की ओर से मोटे अनाज का प्रयोग, वन विभाग और स्वास्थ्य विभाग की ओर से खाद्य महत्ता वाले पौधों की प्रदर्शनियों व पोषण रंगोली का भी अवलोकन किया। जिला टीकाकरण अधिकारी डा. सीमा गर्ग की ओर से जीवन की महत्वपूर्ण अवस्थाओं जैसे कि गर्भावस्था, 6 वर्ष की आयु तक के बच्चों व किशोरियों की खुराक संबंधी जरुरी जानकारी दी गई।
जिला प्रोग्राम अधिकारी हरदीप कौर ने पोषण माह के दौरान आंगनवाड़ी सैंटर स्तर पर पोषण व स्वास्थ्य संबंधी की जा रही गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। कृषि विज्ञान केंद्र के डिप्टी डायरेक्टर मनिंदर सिंह बौंस व सहायक प्रोफेसर डा. औलख की ओर से मिल्ट(मोटे अनाज) व किचन गार्डनिंग की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान पोषण माह का संदेश देता गिद्दा, नुक्कड़ नाटक, माइम, कविता ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. बलविंदर सिंह डुमाना, कैंपस डायरेक्टर प्रोफेसर डा. एच.एस बैंस, जिला बाल विकास अधिकारी डा. हरप्रीत कौर, सी.डी.पी.ओ दया रानी, सी.डी.पी.ओ मंजू बाला, वरिंदर शर्मा बिंदू, मनीश शर्मा के अलावा बड़ी गिनती में आंगनवाड़ी वर्कर व अन्य गणमान्य भी मौजूद थे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here