-कहा, आपसी सौहार्द के लिए असामाजिक तत्वों से सावधान जरूरी-
होशियारपुर। हिन्दू और सिखों का नाखुन और मांस का रिश्ता है और इस रिश्ते को आज कुछ असामाजिक ताकतें क्षति पहुंचाने की कोशिश कर रही हैं। जिसे किसी भी सूरत में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा, क्योंकि हिन्दू-सिख एकता ही पंजाब की असल पहचान और ताकत है। असामाजिक तत्वों को हमें एकता से मुंह तोड़ जवाब देना होगा ताकि पंजाब की शांति को किसी की नजर न लग सके। उक्त बात नई सोच संस्था के संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने आज यहां जारी एक बायन में कही। उन्होंने कहा कि आज कुछ देश विरोधी ताकतें देश के भीरत बैठे कुछ गद्दारों के साथ मिलकर माहौल को खराब करने के प्रयास कर रही हैं और 1980 के दशक का माहौल बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिससे लगता है कि हमें पूर्ण रूप से जागरूक होकर इनसे निपटने की जरूरत है। श्री गैंद ने कहा कि आए दिन हमारे धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी के मामले जो सामने आ रहे हैं वह भी किसी साजिश का हिस्सा हो सकती हैं, क्योंकि पहले श्री ग्रुरू ग्रंथ साहिब तो बाद में अन्य ग्रंथों की बेअदबी के जो मामले सामने आए हैं वह यह सोचने पर मजबूर कर रहे हैं कि कोई तो है जो माहौल में तनाव बनाना चाहता है। अश्विनी गैंद ने कहा कि भाईचारक सांझ को बनाए रखने और एक दूसरे के प्रति सौहार्द की भावना को मजबूत करने के लिए जल्द ही शहर के हिन्दू-सिख संगठनों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी ताकि आपस में किसी तरह की कड़वाहट पैदा न हो सके तथा असामाजिक तत्वों पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि वे अपनी सतर्कता को बढ़ाए ताकि कोई भी असामाजिक तत्व अपने मनसूबों में सफल न हो सके।
हिन्दू-सिख एकता को कायम रखने में ही है पंजाब की भलाई:अश्विनी गैंद
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