ड्रैगन डोर बेचने वालों पर 307 के तहत माला दर्ज करे प्रशासन:अश्विनी गैंद

nai soch meeting

-हादसों के बावजूद कार्रवाई के अभाव में ड्रैगन डोर बेचने वालों के हौसले हो रहे बुलंद-
होशियारपुर। बसंत के आगमन से करीब 2-3 माह पहले ही लोग पतंग और डोर खरीदना शुरू कर देते हैं। एक तरफ जहां भारतीय सूत से बनी डोर खूब खरीदी जाती है वहीं बार-बार हादसों का कारण बन रही ड्रैगन डोर की बिक्री कम नहीं हो रही। जब तक सरकार व प्रशासन ड्रैगन डोर बेचने वालों पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज नहीं करती तब तक इसकी बिक्री होने से लोग हादसाग्रस्त होते रहेंगे। उक्त बात नई सोच संस्था की बैठक में संस्थापक अध्यक्ष अश्विनी गैंद ने कही। इस मौके पर महासचिव अशोक शर्मा एवं उपाध्यक्ष अजय जैन भी मौजूद थे। अश्विनी गैंद ने कहा कि शौक व त्योहार की महत्ता को देखते हुए पतंगबाजी पर रोक तो नहीं लगाई जा सकती, मगर हादसों का कारण बन रही ड्रैगन डोर को बाजार में आने से रोका जा सकता है। भले ही प्रशासन द्वारा हर बार ड्रैगन डोर बेचने पर पाबंदी लगा दी जाती है, मगर चोरी छिपे इसकी हो रही बिक्री को रोकना भी बेहद लाजमी है। उन्होंने कहा कि जब तक ड्रैगन डोर बेचने वालों पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज किए जाने का प्रावधान नहीं किया जाता, तब तक इस पर काबू पाना असंभव सी बात प्रतीत होती है। इसलिए नई सोच सरकार से मांग करती है कि ड्रैगन डोर पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए तथा खुले व चोरी छिपे इसे बेचने वाले पर धारा 307 के तहत मामला दर्ज किए जाने का प्रावधान किया जाए ताकि इस डोर के कारण होने वाले हादसों को रोका जा सके व कीमती जानें बचाई जा सकें। इस मौके पर अशोक शर्मा व अजय जैन ने कहा कि मानव जाति ही नहीं अपितु पूरे पर्यावरण के लिए खतरा सिद्ध हो रही ड्रैगन डोर को लेकर सरकार व प्रशासन का रवैया जितना सख्त होना चाहिए उतना नहीं है। इसलिए इसकी बिक्री हो रही है। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने बच्चों को समझाएं कि वे ड्रैगन डोर का प्रयोग न करें तथा जो दुकानदार थोड़े से मुनाफे के लिए यह डोर बेच रहे हैं उनसे संस्था अनुरोध करती है कि वे इसकी बिक्री न करें व न ही खुद इसे खरीदें। उन्होंने चेतावनी देते हुए पतंग व डोर बेचने वाले दुकानदारों को चेतावनी दी कि अगर वे संस्था की इस अपील को नहीं मांनेंगे तो उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया जाएगा तथा इससे निकलने वाले परिणामों के लिए दुकानदार खुद जिम्मेदार होंगे। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि ड्रैगन डोर बेचने वालों की दुकानों पर छापामारी करके उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए और इस कार्य में नई सोच प्रशासन का हर संभव सहयोग देने को हर समय तैयार है।

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