मुकेरियां (द स्टैलर न्यूज़)। किसान लंबे समय से अपनी जायज मांगों के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन केंद्र की मोदी सरकार अपने वादों से मुकर रही है। उक्त विचार समाज सेवक भूपिंदर सिंह पिंकी ने व्यक्त किए, उन्होंने कहा कि अपने हक की मांगों को लेकर किसान अब दिल्ली जाकर विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं, लेकिन हरियाणा सरकार व केंद्र सरकार अब शंभू बॉर्डर और घनौरी बॉर्डर पर किसानों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है। जिस तरह से उन पर आंसू गैस और प्लास्टिक की गोलियां बरसाई जा रही हैं, जिससे कई किसान और पत्रकार भी घायल हुए हैं, इस घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
पिंकी ने कहा कि पूरे देश का पेट अन्न से भरने वाले अन्नदाता के साथ ऐसे व्यवहार की उम्मीद किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं की जा सकती। जिस तरह से हरियाणा सरकार ने सीमाओं पर पाबंदियां लगा रखी हैं, जगह-जगह बैरिकेड्स, तार की बाड़ और बड़े-बड़े किले बनाकर किसानों रोका जा रहा है, क्या वे इस देश के नागरिक नहीं हैं? पिंकी ने कहा कि केंद्र सरकार पंजाब को देश से अलग करना चाहती है , जिस तरह से हरियाणा की खट्टर सरकार व्यवहार कर रही है, वह देश को तोड़ने वाला है, उन्होंने कहा कि 21 फरवरी को हरियाणा सरकार के जुल्म की हद हो गई जब एक युवा किसान गोली लगने से शहीद हो गया। जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा कि हम पिछले किसान आंदोलन में किसानों के साथ खड़े थे और अब भी हम किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।