अपना देश छोड़ने को मजबूर हुए सिखों और हिंदुओं का दर्द केवल वे ही महसूस कर सकते हैं, जिन्होंने कष्ट सहा है: सिरसा

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। अफगानिस्तान और पाकिस्तान से आए सिखों और हिंदुओं के एक बड़े प्रतिनिधिमंडल ने आज भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा से मुलाकात की और देश में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस कानून के माध्यम से उन्हें भारतीय नागरिकता और अन्य सुविधाएं देने का रास्ता खोल दिया है। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कहा कि यह मोदी सरकार द्वारा उनके जीवन के संबंध में लिया गया एक बड़ा निर्णय है क्योंकि अब वे और उनके परिवार के सदस्य भी शांति, धैर्य और संतुष्टि के साथ अपना जीवन जी सकेंगे और अपनी प्रगति और समृद्धि के लिए काम कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि हमने इतिहास में पहले कभी ऐसी सरकार नहीं देखी जो सबका ख्याल रखती हो और राजनीतिक विचारधारा से ऊपर उठकर सबकी भलाई के लिए काम करती हो।

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इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के इन सिखों और हिंदुओं का दर्द केवल वही लोग समझ सकते हैं, जिन्होंने जीवन में कष्ट सहे हैं, जो सरकार और स्थानीय अत्याचारों के कारण अपना देश छोड़ने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के प्रयासों से उन्हें लगभग नरक जैसी स्थिति से बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि आज वे सरकार द्वारा सीएए लागू करने के लिए मुझे धन्यवाद देने आए हैं क्योंकि इस कानून से उन्हें नागरिकता मिल सकेगी और स्कूल तथा जीवन में स्थिरता मिलेगी। उन्होंने कहा कि वह श्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह को हृदय से धन्यवाद देते हैं।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा उन्हें बलात्कारी कहे जाने की कड़ी निंदा करते हुए सिरसा ने कहा कि यह शर्म की बात है कि केजरीवाल निम्न राजनीति पर उतर आए हैं। उन्होंने कहा कि वे उन सिखों को बलात्कारी घोषित कर रहे हैं जिनसे उन्होंने कोरोना के दौरान बार-बार मदद की गुहार लगाई और वे सिख समुदाय के हीरे थे, जिन्होंने हमेशा अग्रणी और लंगर बांटकर हर जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा की। ऑक्सीजन लंगर सहित हर जरूरत की हर चीज मुहैया कराई गई। उन्होंने कहा कि केजरीवाल को अपने बयान पर शर्म आनी चाहिए और उन्हें तुरंत अपना बयान वापस लेना चाहिए। इस मौके पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव जगदीप सिंह काहलों और अन्य सदस्य भी मौजूद थे।

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