उत्तराखंड (द स्टैलर न्यूज़)। उत्तराखंड के जंगलों में लगी भीषण करीब 1144 हैक्टेयर के इलाके में फैल गई हैं। इस हादसे में 4 लोगों की मौत भी हो चुकी है और अलग-अलग इलाको में 350 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। आग की अलग-अलग वारदातों में 10 से ज्यादा को गिरफ्तार किया गया है। कुछ जगह आग रिहायशी इलाको तक भी पहुंच गई है और इसकी वजह से लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। जंगलों में लगने वाली आग के पीछे कई वजह हैं कुछ मानसून सीजन में अच्छी घास के लिए आग लगा रहे हैं तो कुछ केवल शरारत में ही आग लगा रहे हैं।
उत्तराखंड वन विभाग के एडिशनल पीसीसीएफ निशांत वर्मा ने कहा कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा जंगलों में जानबूझकर आग लगाई जा रही थी। वन्य जीवों का शिकार का मामला भी रहता है लेकिन यह शीतकाल में ज्यादा होता है। उत्तराखंड के निवासी नागेंद्र ने कहा, “उत्तराखंड में ज्यादातर जंगल चीड़ के ही है हर ब्लॉक से लेकर हर डिस्ट्रिक्ट तक चीड़ के जंगल हैं और गर्मियों के समय चीड़ की पत्तियां नीचे जमीन पर गिरती हैं, जिस पर आग तेजी से लगती है आग से इतना धुंआ हो चुका है कि उत्तराखंड और दिल्ली में कोई अंतर नहीं लगता है। फिलहाल अभी तक भी आग पर काबू नहीं पाया जा सका हैं।