दिल्ली (द स्टैलर न्यूज़)। ईडी ने दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री केजरीवाल को राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया। ईडी ने जज से दिल्ली शराब घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल की 10 दिन की रिमांड मांगा है, ताकि उनसे गंभीरता से पूछताछ की जाए। ईडी की ओर से कोर्ट में दलील पेश कर रहे एएसजी राजू ने कहा कि पीएमएलए के विभिन्न प्रावधानों का पालन करते हुए केजरीवाल को लिखित में वजह बताई गई तथा गिरफ्तारी के आधार के बारे में भी उन्हें व उनके घरवालों को भी सूचित किया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तारी के 24 घंटे के अंदर केजरीवाल को कोर्ट के सामने पेश किया गया। एएसजी राजू ने अपनी दलील में कहा कि शराब कारोबारियों से घूस मांगने के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री किंगपिन और मुख्य षड्यंत्रकारी हैं।
एएसजी ने कहा कि केजरीवाल अपराध की प्रकिया में शामिल थे और गोवा चुनाव प्रचार से भी जुड़े थे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल पार्टी के मुखिया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी और साउथ ग्रुप के बीच बिचौलिए की भूमिका निभाई। ईडी ने दावा किया है कि केजरीवाल ने फायदा पहुंचाए जाने के बदले साउथ ग्रुप से रिश्वत मांगी। उन्होंने कहा कि अपराध केवल रिश्वत में मिले 100 करोड़ रुपए का नहीं, बल्कि रिश्वत देने वालों को हुआ फायदा भी शामिल है। यह 600 करोड़ से भी अधिक था। ईडी ने कहा कि केजरीवाल चाहते थे कि उनके पिता शराब कारोबारी का चेहरा बने। ईडी ने कहा कि केजरीवाल ने शरत रेड्डी को विजय नायर पर भरोसा रखने को कहा। अपराध से अर्जित 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल गोवा चुनाव में हुआ. एएसजी राजू ने कहा कि दो बार कैश ट्रांसफर किए गया। बुची बाबू के ज़रिए पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ रुपया ट्रांसफर किया गया। विजय नायर केजरीवाल का बेहद क़रीबी था।