हमीरपुर (द स्टैलर न्यूज़), रजनीश शर्मा । मानहानि के नोटिस मिलते ही जहां कांग्रेस नेताओं ने गद्दार , बिकाऊ, घर कुदाल जैसे शब्दों का प्रयोग बंद कर दिया वहीं सुजानपुर ले भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा अब सुक्खू सरकार में मित्रों के पीछे हाथ धोकर पड़ गए हैं। इनमें से कुछ मित्र तो पहले से ही भूमिगत हो गए हैं और कुछ की जुबान पर ताला जड़ दिया गया है।
पूर्व विधायक और सुजानपुर उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी राजेंद्र राणा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की एकमात्र उपलब्धि प्रदेश के स्वाभिमान को दांव पर लगाने की रही है और जनता से किए गए वायदों को नजरअंदाज करके सिर्फ मित्रों पर ही प्रदेश का बजट लुटाया जा रहा है।
राजेंद्र राणा सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर नुक्कड़ सभाओं को संबोधित करते हुए सुक्खू सरकार पर हमले कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने अपने मित्रों को लूट की छूट दे रखी है और उनके मित्रों द्वारा किए गए काले करनामे भी जल्दी ही जनता के सामने आ जाएंगे।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि मित्रों को रेवड़ियां बांट कर और प्रदेश का स्वाभिमान दाव पर लगाकर व्यवस्था परिवर्तन नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा सुक्खू सरकार प्रदेश के इतिहास की पहली सरकार है जिसने चुने हुए विधायकों को न केवल जलील किया बल्कि उनके विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों पर भी विराम लगाने में पूरी ऊर्जा लगा दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की गारंटियां महज छलावा साबित हुई है और लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। राजेंद्र राणा ने कहा कि चुनावों से पहले जनता को यह सब्जबाग दिखाया गया था कि पहली ही कैबिनेट में महिलाओं को 15- 15 सो रुपए देने का चुनावी वायदा पूरा किया जाएगा।
लेकिन बजट में इसका कोई प्रावधान नहीं किया गया और पूरा साल प्रदेश की महिला शक्ति इस चुनावी वायदे के पूरे होने का इंतजार करती रही। उन्होंने कहा कि अब चुनावों की घोषणा होने पर मुख्यमंत्री फिर से इसी वायदे का राग अलाप रहे हैं लेकिन इस बार लोग उनके झांसे में आने वाले नहीं है।
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश की जनता के टैक्स का पैसा सुक्खू सरकार द्वारा मित्रों को रेवड़ियां बांटने और ओएसडी व सलाहकारों की लंबी फौज के वेतन भत्तों के भुगतान में ही खर्च किया जा रहा है। जबकि आम आदमी इस सरकार में खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है।