पंजाब में मुलसमानों को शामिल कर ओबीसी जातियों का आरक्षण कम करेगा इंडी गठबंधन: एसएस चन्नी

चंडीगढ़ (द स्टैलर न्यूज़)। इंडी गठबंधन तुष्टिकरण की राजनीति करते हुए ओबीसी आरक्षण को मुसलमानों में बांटना चाहता है। बंगाल,केरल और कर्नाटक जैसे बड़े राज्यों में ओबीसी आरक्षण में मुसलमानों को शामिल कर पिछड़े वर्ग के हक पर डाका डाला जा रहा है। पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस चाहे अलग -अलग चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन दोनों दल इंडी गठबंधन का हिस्सा हैं। ऐसे में शंका है कि यह दल पंजाब में भी ओबीसी आरक्षण में मुलसमानों को शामिल कर पिछड़ी जातियों का आरक्षण कम करेंगे।  यह कहना है कि पंजाब भाजपा प्रवक्ता एसएस चन्नी का, जोकि पंजाब भाजपा कार्यालय में मीडिया से मुखातिब हुए थे। उन्होंने कहा कि ममता सरकार द्वारा जारी ओबीसी प्रमाण पत्रों से करीब पांच लाख लोग प्रभावित हुए हैं। संविधान और देश के कानून सिस्टम के साथ खिलवाड़ है। न्यायालय ने अपने फैसले में साफ किया है कि आरक्षण संबंधी बदलाव सिर्फ देश की संसद या राज्य विधानसभा कर सकती है। इसे नोटिफिकेशनों के आधार पर नहीं बदला जा सकता है। पश्चिम बंगाल में 17 लोकसभा सीटों पर मुस्लिम आबादी प्रभाव डालती है। इन्हीं सीटों को जीत हासिल करने के लिए ममता बनर्जी ने ओबीसी जातियों का कोटा मुसलमानों में बांटा।

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एसएस चन्नी बोले पश्चिम बंगाल की तर्ज पर आंध्र प्रदेश, केरल और कर्नाटक में ओबीसी कोटा मुसलमानों को दिया जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने वर्ष 1961 में देश के सभी मुख्यमंत्री को पत्र लिख बताया था कि वह आरक्षण को पसंद नहीं करते हैं, पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने भी आरक्षण खत्म करने के लिए संविधान संशोधित करने की बात कही थी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश की संपत्ति पर पहला अधिकार मुसलमानों का बताया था। तुष्टिकरण की राजनीति के चलते सरकारी फंड से चलने वाली अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया मिल्लिया इस्लामिया में भी कांग्रेस ने ओबीसी का आरक्षण खत्म कर दिया था। सवाल यह है जब बाबा साहब ने धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया तो कांग्रेस का इंडी गठबंधन इसे क्यों दे रहा है। यह एसी, ओबीसी और एसटी भाईचारे के साथ बेइंसाफी है। मतदाता पहली जून को भाजपा के पक्ष मतदान करें और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनाने में सहयोग करें।

भाजपा मीडिया प्रमुख विनीत जोशी ने कहा कि देशभर में कांग्रेस और आप मिलकर चुनाव लड़ रही हैं,लेकिन पंजाब में अलग –अलग चुनाव लड़ रही हैं। ऐसे में इंडी गठबंधन पंजाब के लोगों को भरोसा दिलाए कि अगर इंडी गठबंधन की सरकार बनती है तो क्या वह ओबीसी आरक्षण में कोई बदलाव नहीं करेगी या मुसलमानों को ओबीसी श्रेणी में शामिल नहीं करेगी। इंडी गठबंधन की केंद्र में सरकार नहीं भी बनती है तो पंजाब में बंगाल,केरल और कर्नाटक की तरह ओबीसी कोटे में मुसलमानों को शामिल नहीं करेगी। जोशी ने कहा कि यह निश्चित की इंडी गठबंधन पंजाब के अंदर भी ओबीसी आरक्षण को छीनकर कर मुसलमानों को देने की पूरी कोशिश करेगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान, राजा वडिंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा इस पर स्पष्टीकरण दें, ताकि वोट डालने से पहले मतदाता अपनी राय बना सकें। पंजाब ओबीसी मोर्चा के जनरल सेक्रेटरी कंवरबीर सिंह मंजिल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करती है। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने जिन 179 जातियों को ओबीसी का दर्जा दिया है, उनमें 118 जातियां मुस्लिम समुदाय से हैं। इस डाके को ओबीसी समाज कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा पर संविधान बदलने का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी भूल जाते हैं कि उनकी दादी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने ही एमरजेंसी लगाकर देश में लोकतंत्र की हत्या की थी।

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