भगवान के मुखारविंद से निकला एक-एक शब्द साक्षात मौजूद:अतुल कृष्ण

होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। श्री नंद अन्नपूर्णा मंदिर चैरीटेबल सोसायटी की तरफ से मंदिर परिसर एकता नगर में आयोजित किए जा रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के छठे दिन आचार्य राजिंदर प्रसाद जी हरिद्वार वालों ने मंत्रोच्चारण के साथ हवन यज्ञ प्रारंभ किया और इस दौरान विवेक गुप्ता एवं शिवी गुप्ता ने मुख्य यजमान के तौर पर उपस्थित होकर यज्ञ में आहुति डाली।

Advertisements

श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ के छठे दिन विवेक गुप्ता एवं शिवी गुप्ता ने डाली आहुतियां

सायं की सभा में कथा करते हुए अतुल कृष्ण शास्त्री ने भगवान कृष्ण एवं इंद्र का प्रसंग सनाया। उन्होंने कहा कि जब हमें कथा सुनते एवं सुनाते हुए इतना आनंद प्राप्त हो रहा है तो जरा सोचो कि जब भगवान आए होंगे तो वो आनंद कैसा होगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जो आनंद पांच हजार साल पहले बरसाने में बरसा होगा वो आनंद आज हमने श्री मद्भागवत कथा के माध्यम से होशियारपुर में पाया है। कथा को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने गोबर्धन पर्वत का प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने गोकुल वासियों को समझाया कि जब हमें गोबर्धन पर्वत से सब कुछ प्राप्त होता है तो फिर हम इंद्र की पूजा क्यों करें। इस पर जब गोकुल वासियों ने इंद्र की पूजा बंदकर दी तो इंद्र ने कहर बरपाना शुरु कर दिया और उस समय भगवान कृष्ण ने अपनी कनिष्ठा अंगुली पर पर्वत को उठाकर इंद्र का मान चूर-चूर कर दिया और इंद्र भगवान के चरणों में आकर गिर गया। इस दौरान उन्होंने भजनों की ऐसा गंगा बहाई कि पंडाल में मौजूद हर श्रद्धालु झूम उठा। कथा के दौरान अमिल सिंघानिया एवं गीता सिंघानिया ने यजमान के तौर पर उपस्थित होकर पूजा अर्चना की।

इस मौके पर सुषमा, रमेश अग्रवाल, तरसेम मोदगिल, अशोक कुमार, राजीवन शर्मा, सोवन सिंह, ठाकुर राम देव, ऊषा शर्मा, जगदीश, केन्द्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला, मेयर शिव सूद, राकेश सूरी, भारत भूषण क्चर्मा, संजीव अरोड़ा, अश्विनी गैंद, आनंदवीर सिंह, तहसीलदार अरविंदर प्रकाश वर्मा, एडवोकेट इंद्रपाल सिंह धन्ना, धर्मपाल सभ्रवाल पूर्व सांसद, जगमीत सेठी, अर्मेश भाटिया, मोहन लाल पहलवान, डा. बिन्दुसार शुक्ला, हनी सूद, जगदीश हरजाई, नील कमल मोदगिल, दविंदर वालिय (गुरु जी), विकास सिंगला के अलावा सैकड़ों श्रद्धालुओं ने कथा में हाजिरी लगवाई। इस मौके पर आयोजकों की तरफ से अतिथियों को सम्मानित भी किया गया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here