होशियारपुर (द स्टैलर न्यूज़)। नई सोच संस्था की ओर से लावारिस पशुधन को पकडऩे की मुहिम के तहत संस्थापक अश्विनी गैंद की अध्यक्षता में करीब 20 लावारिस पशुओं को नगर निगम द्वारा बनाई गई गौशाला में छोड़ा गया। इस मौके पर अश्विनी गैंद ने बताया कि बड़े दुख की बात है कि करोड़ों रुपए खर्च के बावजूद बनाई गई गौशाला राजनीति की भेंट चढ़ते नजर आ रही है। क्योंकि बिना किसी सिस्टम के बनाई इस गौशाला को चालू कर दिया गया है। उसमें कोई भी सुविधा नहीं है, न ही कोई कर्मचारी नियुक्त किया गया है, न ही चारे की मशीन लगाई गई है तथा न ही सूखा एवं हरा चारा स्टोर करने का इंतजाम है। उन्होंने बताया कि इतना ही नहीं वहां पर पशुओं के लिए पानी का भी कुछ खास प्रबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा इस गौशाला को बनाने का क्या फायदा अगर वहां पर पूरी सुविधाएं नहीं दे सकते। गौशाला में घायल एवं छोटे पशुओं के लिए अलग से शैड बनना चाहिए था, परन्तु ऐसी कोई व्यवस्था यहां पर नजर नहीं आती। बड़े पशु छोटे पशुओं के लिए जानलेवा साबित होंगे। इसलिए सांडों को रखने के लिए अलग से प्रबंध किया जाना बेहद जरुरी है।
कहा, बिना सुविधाओं के गौशाला में पशुओं को रखना किसी बड़े खतरे को निमंत्रण देने जैसा होगा
जो खड्डे गोबर के लिए रखे गए हैं उनकी गहराई को कम किया जाए और उसे और ऊंचा उठाया जाए ताकि कोई पशु उसमें न गिर सके। उन्होंने नगर निगम कमिशनर को अपील की कि जब तक गौशाला में समस्त सुविधाएं पूरी नहीं की जाती तब तक इसे अस्थायी तौर पर ही चलाया जाए। उन्होंने कहा कि गौशाला शुरु होने पर अगर कोई अव्यवस्था पैदा होती है तो इसकी सारी जिम्मेदारी नगर निगम की होगी। अश्विनी गैंद ने कहा कि सरकार द्वारा गौसेवा के नाम पर गौ सैस तो लिया जा रहा है, मगर दुख की बात है कि लावारिस गायों एवं गौधन की संभाल के लिए एक रुपया भी खर्च नहीं किया जा रहा। ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि आखिर करोड़ों रुपये जोकि गौ सैस के रुप में एकत्रित हो रहे हैं, वे कहां जा रहे हैं। अश्विनी गैंद ने बताया कि एकाध दिन में इस संबंधी निगम कमिशनर से भेंट करके कमियों को दूर करने संबंधी बात की जाएगी।
इस मौके पर पार्षद अशोक कुमार शोकी ने कहा कि इस गौशाला को चलाने के लिए जिस प्रबंधक कमेटी को जिम्मेंवारी सौंपी गई है उसके द्वारा इसमें कोई प्रबंध और कोई योगदान नहीं दिया जा रहा, सिर्फ राजनीति की जा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की कि गौशाला के कार्य को सुचारु रुप से चलाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं ताकि नई सोच एवं अन्य संस्थाएं जोकि लावारिस पशुओं को पकडऩे की मुहिम को छेड़े हुए हैं, निर्विघ्न इसे जारी रख सकें और लोगों को लावारिस पशुओं की समस्या से मुक्ति मिल सके।
इस अवसर पर अशोक सैनी, रजेश शर्मा, नीरज गैंद, अनूप शर्मा पादू, तरसेम लाल, अशीष कुमार, सचिन टंडन, पवन शर्मा, अमरजीत, जसवीर, प्रवीण कटारिया, मोहन लाल बाबा जी, जुगल किशोर, लखविंदर लक्की आदि मौजूद थे।